मोहम्मद मैनुद्दीन खान
गोण्डा :- बीएड अभ्यर्थियों के प्राथमिक स्कूल में नियुक्ति करने के फैसले से गुस्साए बीटीसी व डीएलएड अभ्यर्थियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फैसला वापस लेने की मांग को लेकर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम रत्नाकर मिश्र को सौंपा। आल बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रोहित ¨सह ने कहा कि बीटीसी अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षा के लिए मान्य हैं। जबकि बीएड करने वाले इंटर कॉलेजों में भी शिक्षण कार्य कर सकते हैं। उनके लिए अवसर अधिक है जबकि बीटीसी करने वालों के लिए मौका कम है। बावजूद इसके सरकार ने उनको भी प्राथमिक शिक्षा के लिए अर्ह कर दिया है। जिला अध्यक्ष आशुतोष दुबे ने कहा कि बीटीसी अभ्यर्थियों के साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। जिला प्रवक्ता सुशील पांडेय ने कहा कि बीएड, बीटीसी व डीएलएड सबको प्राथमिक शिक्षा के लिए अर्ह कर देने पर नौकरी मिलनी मुश्किल हो जाएगी। अब्दुल ने कहा कि नियमों में कतई फेरबदल न किया जाए। इससे उत्तर प्रदेश में ही पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को सभी ¨बदुओं पर विचार करके निर्णय लेना चाहिए। आकाश पांडेय, शुभम कुमार पांडेय, उमाशंकर, साजिद खान, राहुल यादव, लालजी, विजय वर्मा, अमरेंद्र वर्मा,आशीष चौधरी,रिकू चौधरी, राम प्रकाश, जीतेन्द्र यादव, घनश्याम यादव, प्रमोद यादव सहित अन्य मौजूद रहे।