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समितियों पर खाद-बीज की आपूर्ति ठप,एक भी समिति नहीं खरीद सकी 300 क्विंटल गेहूं

बस्ती। बस्ती की एक भी सहकारी समिति गेहूं खरीद में मानक पर नहीं खरी नहीं उतरी है। इस कारण सहकारिता विभाग ने सभी 67 सहकारी समितियों पर खाद, बीज की बिक्री पर प्रतिबंध लगाकर आपूर्ति ठप कर दिया है। ऐसे में किसानों के सामने धान की नर्सरी तैयार करने की बड़ी चुनौती आ गई है। समितियों पर खाद-बीज न मिलने के कारण किसान परेशान हैं। बाजार से उन्हें महंगे दामों पर खाद, बीज खरीदना मजबूरी बन गई है। बता दें कि इस बार अभी तक जिले में लक्ष्य के सापेक्ष एक फीसदी भी गेहूं की खरीद नहीं हो सकी है। सरकारी खरीद पूरी तरह से फेल हो चुकी है। गेहूं की खरीद बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन व गेहूं खरीद से जुड़े अधिकारियों ने बहुत हाथ-पांव मारे, लेकिन नतीजा शून्य रहा। जिला प्रशासन ने गेहूं खरीद के लिए बनाए गए 67 सहकारी समितियों के प्रभारियों को यह दिशा निर्देश दिए कि अगर वहां तीन सौ क्विंटल से कम खरीद है तो खाद, बीज की बिक्री प्रतिबंधित कर दी जाए। उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर भविष्य में धान खरीद के लिए अधिकृत न किया जाए। इस मानक को जिले की एक भी समिति नहीं पूरा कर सकी और उप निबंधक सहकारिता ने सभी समितियों पर खाद, बीज बिक्री करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। बेलवरिया गांव निवासी किसान दुर्गेश ने बताया कि नर्सरी तैयार करने के लिए बीज लेने समिति पर गया तो वहां नहीं मिला। निजी दुकान से खरीद कर नर्सरी डालनी पड़ी, महसिन निवासी कृष्णपाल सिंह ने कहा घर पर धान का बीज था। पखवारा भर पहले नर्सरी तो डाल दी, लेकिन अब समिति से खाद न मिल पाने के कारण चिंता सता रही है। दाउदपट्टी निवासी राजेश कुमार, औराडीहा निवासी हरिश्चंद्र चौधरी आदि ने बताया कि समिति से खाद, बीज न मिल पाने से निजी दुकान से खाद और बीज खरीदना मजबूरी है। उप निबंधक सहकारिता आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर आवश्यक कदम उठाए गए हैं। खाद व बीज का इंतजाम किया जा रहा है।

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