बस्ती। जिले में पत्रकार उत्पीड़न को लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पर पहुंचे। यहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की। प्रेस को चाहिए आजादी के नारों से पूरा कलेक्ट्रेट परिसर गूंज रहा था। इतना ही नहीं उन्होंने मोदी सरकार विरोधी नारे भी लगाए। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। इसमें कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब से केंद्र में स्थापित हुई है, वह किसी भी स्थिति में अपनी बुराई सुनने को तैयार नहीं है। इसी का परिणाम है कि आज यदि मीडिया का कोई व्यक्ति केंद्र सरकार की नाकामियों की ओर आम जनमानस का ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास करता है तो सरकारी एजेंसियों के माध्यम से उसे अनायाश परेशान किया जाता है। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार के इशारे पर एक न्यूज वेबसाइट के संपादक सहित इससे जुड़े पत्रकारों के घरों पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से छापेमारी की गई साथ ही उनके मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रानिक सामान जब्त कर लिए गए हैं, जो कि किसी भी स्थिति में लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने मांग की है कि पत्रकारों पर की जा रही कार्रवाई बंद की जाए। कार्यवाहक जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि लोकतंत्र में आवाज नहीं उठाई जाएगी, सरकार से सवाल नहीं किया जाएगा तो क्या लोकतंत्र जिंदा रहेगा। ज्ञापन देते समय लालजी पहलवान, सुरेंद्र मिश्रा, करीम अहमद, ओम प्रकाश पांडेय, विवेक श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार चौधरी, विश्वनाथ चौधरी, अवधेश सिंह, मंजू पांडेय, कौशल कुमार त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
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