Home > पूर्वी उ०प्र० > बंदर के धक्के से दिवाल गीरी किशोर की मौत मधुबन

बंदर के धक्के से दिवाल गीरी किशोर की मौत मधुबन

विरेन्द्र प्रजापति

मधुबन(मऊ)-स्थानीय थाना क्षेत्र के मधुबन-घोसी मार्ग स्थित सिपाह बाजार के समीप रविवार की सुबह लगभग 10 बजे विद्युत उपकेंद्र के आवास की चाहरदीवारी बंदर के धक्के से गिरकर धराशायी हो गई। इसके चपेट में आने से एक किशोर की दिवाल के मलवे में दबकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि इसके चपेट में आने से एक अन्य किशोरी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसा को लेकर लोगों ने मधुबन-घोसी मार्ग पर शव को रख कर सड़क जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी के आश्वासन पर एक घंटा बाद जाम समाप्त हुआ।
ज्ञात हो कि सरायलखंसी थाना क्षेत्र के नहासोपुर आदमपुर निवासी सिंधु देवी पत्नी स्व. नंदलाल अपने बच्चों सहित मधुबन थाना क्षेत्र के सिपाहइब्राहिमाबाद पावर हाउस के कमरे में पति के गुजर जाने के बाद रहती है। रविवार की सुबह लगभग 10:00 बजे अनीश कुमार (08) पुत्र स्व. नंदलाल व कु. खुशी (07) पुत्री अशोक कुमार ने बंदर देख डंडे से मारने के लिए दौड़ाया। बंदर उपकेन्द्र के बाउंड्रीवाल पर छलांग लगा दिया। इससे जर्जर दीवाल उन बच्चों के ऊपर भहराकर गिर गई। हादसा देख लोग बचाव के लिए जुटे लोगों ने दिवाल के मलवे से दोनों को बाहर निकाला। इसमें अनीश कुमार की मौत हो गई थी। जबकि गंभीर रूप से घायल किशोरी को लोगों द्वारा उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। किशोर की मौत की जानकारी लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं पति का साया शर से उठने के बाद पत्नीसिन्धु अपने एकलौते पुत्र अनीश को अपने बुढापे का सहारा मान कर जीतीं थी। किन्तु यह आश सिर्फ आश ही बनकर रह गई और एकलौता बेटा भी मां को इस दुनिया में दर-दर भटकने के लिए छोड़ चला। पति स्व.नन्दलाल यादव विद्मुत उपकेन्द्र में नौकरी करते थे। नौकरी दौरान उनकी मृत्यु 2014 में हो गया था। तब से सिन्धु देवी बिना पेन्शन अपने बेटे के साथ उपकेन्द्र के एक कमरे में रहती थी।जैसे तैसे अपना और अपने बेटे का पालन-पोषण करती थी। किन्तु इस सहारा पर भी किसी की बुरी नजर लग गई और बीच मजधार में बेटे का भी साथ छूट गया। जर्जर दिवार को लेकर आक्रोशित लोगों ने मधुबन-घोसी मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिया। जाम की सूचना लगते ही थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार पाठक अपने हमराहियों के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये। पीड़ित परिवार की मांगों को सुनकर उपजिलाधिकारी निरंकार सिंह के आश्वासन पर एक घंटा बाद जाम हटा। उपजिलाधिकारी निरंकार ने मृतक की मां सिंधु देवी को भूमि पट्टा आर्थिक सहायता देने की बात कही। तब जाकर पुलिस ने किशोर का शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *