रिपोर्टर श्याम किशोर गुप्ता
बलरामपुर। एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिन्ड्रोम (एईएस) और (जेई) जापानी इंसेफ्लाइटिस यानि दिमागी बुखार ऐसी घातक बीमारी है, जिससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। यदि रोगी इलाज के बाद ठीक भी हो जाए तो अधिकांश में दिमागी व शारीरिक विकलांगता आ जाती है। जरूरी है कि माइक्रोप्लान बनाकर अधिक से अधिक लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक कर बचाव के बारे में बताया जाए। 02 सितम्बर, 2019 से 30 सितम्बर तक संचारी रोग नियन्त्रण अभियान व 02 सितम्बर से 14 सितम्बर तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान में ऐनम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माइक्रोप्लान के तहत घर-घर जाकर 3 लाख 28 हजार परिवारों के घर पर दस्तक देंगी और लोगों को इन बीमारियों व इससे बचाव के बारे में जागरूक करेंगी। साथ ही 1 वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों के परिवारों को जागरूक कर उनके दिवालों पर स्लोगन, पोस्टर, पम्पलेट चस्पा करेंगीे और जनजागरूकता फैलाएंगी। साथ ही कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित करेंगी और उसकी रिपोर्ट देगी। मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली ने यह बातें कलेक्ट्रेट सभागर में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 02 सितम्बर से 30 सितम्बर तक चलने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए आयोजित अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रमुख स्थानों पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि लगाए जाए। उन्होंने आम जनमानस से अपील करते हुये कहा कि बुखार से पीड़ित होने वाले रोगी को तत्काल नजदीकी सीएचसी व पीएचसी पर ले जाएं ताकि उन्हें समुचित इलाज मिल सके। बुखार के मामले में देरी न करें। उन्होंने समस्त पीएचसी/सीएचसी के डाक्टरों व केन्द्र प्रभारी को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने-अपने कार्यो में तेजी लाए, लापरवाही बिल्कुल न करें। रोगी का समुचित इलाज करें, और शासन की प्राथमिकताओं के आधार पर दिये गये लक्ष्य को शतप्रतिशत पूरा करें और अपनी रिपोर्ट समय पर दें, बहाने बाजी ने करें, डाटा फीडिंग शतप्रतिशत कराएं और जिन क्षेत्रों में बुखार से पीड़ित लोग हो वहां पर कैम्प लगावाये और इलाज की समुचित व्यवस्था कराएं। उन्होंने जिन सीएचसी/पीएचसी की प्रगति धीमी पायी उन्हें सचेत करते हुये निर्देशित किया कि वे अपने कार्य में तेजी लाएं और अपने लक्ष्य को शतप्रतिशत पूरा करें। बैठक के दौरान सीएमओ डा0 घनश्याम सिंह ने कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी, आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री के साथ ब्लाकवार बैठक करें एवं ई0सी0आर0 रजिस्टर का निरीक्षण एवं प्री रजि0 कार्ड का वितरण प्रभारी चिकित्साधिकारी कराएं। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद 15 सितम्बर से 23 सितम्बर तक पल्स पोलिया अभियान चलाया जायेगा। 15 सितम्बर को बूथ दिवस मनाया जायेगा जिसमें प्रत्येक ग्रामों में बूथ लगाये जायेगे व वहां पर बच्चो को पोलियों ड्राप पिलायी जायेगी। 16 सितम्बर से घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलायी जायेेगी। अभियान को सफल बनाने हेतु सीडीओं ने बीएसए को बूथ तक बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 घनश्याम सिंह, अपर सीएमओ डा0 कमाल अशरफ, डा0 अरुण कुमार, डा0 एके0 पाण्डेय, डीडीओ गिरीश चन्द्र पाठक, जिला मलेरिया अधिकारी मंजुला आनंद, डीपीएम शिवेन्द्र मणि, डब्ल्यू0एचओ0 के डा0 उपेन्द्र डोगरे, समस्त सीएमएस, यूनीसेफ रीजनल कोआर्डिनेटर, डीआईओएस महेन्द्र कुमार कनौजिया, बीएसए हरिहर प्रसाद, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला स्तरीय डाक्टर व समस्त पीएचसी/सीएचसी के डाक्टर व अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण, स्वयं सेवी संस्थाएं मौजूद रहे।