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भाजपा सरकार पर जोरदार हमला

बिल्थरारोड(बलिया):समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आद्या शंकर यादव ने लगातार हो रहे रेल हादसे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए  कहा की भारतीय रेल भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अब केवल भगवान भरोसे रह गई है पहले रेल की यात्रा सुरक्षित मानी जाती थी राम राज ने यह साबित कर दिया की भारत सरकार के रेल मंत्री श्री प्रभु ने रेल को अब प्रभु के भरोसे छोड़ दिया है लगातार हो रहे रेल हादसे मुजफ्फरनगर हादसे से ऊबर ही नहीं पाये थे की  कैफियात एक्सप्रेस का औरैया में  एक्सीडेंट होना कहीं न कहीं विभाग की लापरवाही और सरकार की विफलता साबित करती है मृतकों के परिजनों का सरकार के तरफ से कोई पुरसाहाल नहीं है भारी संख्या में लोग घायल हैं और जन-धन की क्षति हुई है देश की जनता का सरकार से भरोसा उठता जा रहा है  वहीं गोरखपुर में आक्सिजन के अभाव में लगभग 64 बच्चों का मरना और सरकार का संवेदनहीन होना जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है । बलिया में रागिनी दुबे की सरेआम हत्या पर भी प्रदेश सरकार के मंत्री केवल घड़ियाली आंसू बहाते रहे हैं मैं धन्यवाद देना चाहता हूं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव जी को जिन्होंने अपने पार्टी फंड से जहां गोरखपुर के मृतक परिवारों को 2 ,2 लाख रुपया देने का काम किया वही बलिया की बेटी रागिनी   दुबे के परिजनों को भी दो लाख रुपया देकर इनके आंसुओं को पोछने का काम किया है लेकिन सरकारी खजाने से मृतक परिवारों को सहायता राशि न देना चर्चा का विषय बना हुआ है आज चारों तरफ समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव की प्रशंसा हो रही है प्रदेश की सरकार और देश की सरकार विकास से लेकर सुरक्षा से लेकर कानून व्यवस्था आदि सभी सवालों पर चौतरफा फेल नजर आ रही है अब इनसे  कोई उम्मीद करना बेमानी है यह केवल गाय गंगा गोबर तीन तलाक घर वापसी आज केवल इन के नारे है विकाश इनके एजेंडे  में है ही नहीं अखिलेश यादव के लोक कल्याणकारी योजनाओं को यह सरकार लगातार बंद कर रही है जैसे 55 लाख समाजवादी पेंशन कन्या विद्याधन बेटियों का शादी अनुदान एंबुलेंस 108 एंबुलेंस 102 यह कहके  बंद करना कि डीजल नहीं है कहीं न कहीं सरकार की मंशा में खोट है मरीज भी है भगवान भरोसे है। इस सरकार के मंत्रियों के बोल बिगड़ गए है। ऑक्सीजन के अभाव में मरने वाले बच्चों को यह कहना की अगस्त में बच्चे तो मरते ही हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी का बयान की लोग मरते ही रहते हैं यह गैर जिम्मेदाराना बयान। जिम्मेदार पदों पर बैठने वाले लोगों को संवेदनशील होना चाहिए और मृत्यु के कारणों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए मृतक परिवारों के दुख में शामिल होकर उन्हें धैर्य बढ़ाना पर सरकार के तरफ से सहायता राशि पहुंचाना  लोकतांत्रिक सरकारों का फर्ज है ऐसा न करना भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी जिम्मेदारी  का निर्वहन नहीं किया है लेकिन सरकार में न रहते हुए भी समाजवादियों ने अपनी जिम्मेदारी महसूस किया तथा उसका  निर्वाह करने का भी काम किया है छोटे-छोटे सवालों पर प्रधानमंत्री जी का त्वरित  ट्वीट आता है लेकिन देश की तीन बड़ी घटनाओं पर उनका ट्वीट न आना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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