इकबाल खान
बलरामपुर। विकल्प सेवा संस्थान तत्वावधान में अमर शहीद विनय कायस्था के शहादत दिवस पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मुशायरे का आयोजन किया गया। नगर के एमपीपी इंटर कालेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में देश के नामचीन कवि व शायरों की रचनाओं पर श्रोता देर रात तक झूमते रहे। मशहूर शायरा शबीना अदीब के शेर-जो खानदान रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है को श्रोताओं ने खूब सराहा।
कवि सम्मेलन मुशायरे का शुभारंभ पूर्व सांसद दद्दन मिश्र, सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ल व नगर पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि शाबान अली ने दीप प्रज्जवलित कर किया। लोगों ने अमर शहीद विनय कायस्था के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शुरू हुआ कवि सम्मेलन एवं मुशायरा देर रात तक चलता रहा। मशहूर शायदा शबीना अदीब ने मां सरस्वती की वंदना पढ़कर कार्यक्रम का आगाज किया। वीर रस के युवा कवि मनुव्रत वाजपेई ने अपनी रचना-मेरी ईश्वर से है बस यही प्रार्थना, जिंदगी हो समर्र्पित वतन के लिए पढ़कर लोगों में जोश भर दिया। प्रख्यात शायर जौहर कानपुरी के शेर- है तरीके और भी मुझसे बिछड़ने के लिए, क्या जरूरी है कोई तोहमत लगाकर छोड़ना ने श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मशहूर हास्य कवि सर्वेश अस्थाना ने पढ़ा कि पुल अपने ऊपर लगे झूठे इल्जाम को सहन कर गया और अगले दिन ही नदी में कूद कर मर गया पर श्रोताओं ने खूब ठहाके लगाए। इलाहाबाद के कवि डा. श्लेष गौतम ने पढ़ा कि वतन के वास्ते जब भी हमारा सर कमल होगा, लहू की आखिरी वो बूंद हिन्दुस्तान बोलेगी। श्रृंगार रस की कवयित्री डा. मानसी द्विवेदी ने युवाओं को समर्पित अपनी रचना पढ़ी- अंगद हो तुम पांव जमा लो भय दुत्कारो गड़े रहो, जनमत में बहुमत होगा अपनी शतार्ें पर अड़े रहो। नूरी परवीन ने पढ़ा कि कहां देखू कहां पर मैं न देखू तेरी तस्वीर हर दीवार पर है। इसके अलावा वरिष्ठ कवि डा. एपी पांडेय, अनिल गौड़ व शफीक बलरामपुरी ने अपनी रचनाएं पढ़ी। इसके पूर्व अतिथियों ने कवि व शायरों कोे स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के आयोजक व संस्था अध्यक्ष अविनाश त्रिपाठी ने लोगों का स्वागत करते हुए संस्था के कार्यों पर प्रकाश डाला। संयोजक वैष्णवी सिकरवार ने लोगों के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर डा. अब्दुल मन्नान, दादिया कमेटी के अध्यक्ष जखामत अली, नवीउल्लाह, भूपेन्द्र सिंह, डा. रुचि पांडेय, बृजेन्द्र तिवारी, अनिल सिंह, साक्षी रस्तोगी, झूमा सिंह, अमरजीत सिंह, सरिता चौधरी, नंदनलाल तिवारी, कैप्टन जीपी तिवारी, सुरेन्द्र सिंह गौतम, डीपी सिंह, संजय शर्मर, मीनाक्षी गौड़, वंदना पांडेय, सरोज सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।