विवेक जायसवाल
बलिया-आल इन्डिया पैरा मेडिकल कालेज उमर गन्ज मे अयोजित हुअा जिस्मे मुख्य अतिथि सुनिल पासवान रहे
अन ट्रेन्ड चिकित्सक बन सकते है कोर्स करने के बाद रजिस्ट्रड स्वास्थ्य रक्षक एन.आई.ओ.एस., मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एवं सम्बद्ध व्यावसायिक कोर्स के लाभ एवं रोजगार के अवसर इस कोर्स के पश्चात् व्यक्ति जन स्वास्थ्य रक्षक के रूप में एनआईओएस के नियमों के अनुसार आकस्मिक प्राथमिक उपचार कार्य कर सकता है। इस कोर्स का प्रमाणपत्र एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ही प्रदान किया जाता है।इस कोर्स में एलोपैथी, होम्योपैथी एवं आयुर्वेद का समावेश हैं। मुख्य सिलेबस सर्दी लगकर बुखार आना, बुखार नापने की विधियां और बुखार उतारने के लिये किये जाने वाले उपाय। मलेरिया की जांच के लिये खून की पट्टी बनाना, मलेरिया का संभावित एवं मौलिक उपचार।
मच्छरों द्वारा फैलने वाले रोग, मलेरिया फाइलेरिया एवं डेंगू बुखार के लक्षण एवं उनका उपचार।अतिसार और उल्टी – लक्षण एवं उपचार व स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा किये जाने वाले कार्य।जीवन रक्षक घोल ;ओ.आर.एस. बनाने की विधि एवं उसका प्रयोग। कुष्ठ रोग के लक्षण, उपचार एवं बचाव, स्केबीज ;खुजली की बीमारी-सावधानियां, उपचार एवं नियन्त्रण।यौन संबध से फैलने वाली बीमारियां जैसे उपदंश,गोनोरिया तथा एड्स, इन रोगों के फैलने के तरीके, उपचार बचाव तथा नियन्त्रण। क्षय रोग- इनके फैलने के तरीके लक्षण, उपचार बचाव एवं नियन्त्रण। रैबीज ;कुत्ते के काटने से होने वाली बीमारी उपचार एवं नियन्त्रण। स्त्री पुरूष के जननांग, यौन जननांगों का विकास, मासिक धर्म, गर्भावस्था, गर्भ का ठहरना।भ्रूण का विकास, गर्भावस्था में माँ की देखभाल, गर्भावस्था में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।गर्भवती स्त्री को किन स्थितियों में प्रसव के लिये अस्पताल ले जाने की सलाह देनी चाहिए।घर पर प्रसव करवाने की तैयारी, प्रसव प्रक्रिया, नवजात शिशु की देखभाल, प्रसव उपरान्त मां की देखभाल।बच्चे का आहार, शारीरिक विकास का मापन,संतुलित आहार, आहार के पौष्टिक तत्व, आहार और रोग। रोग जिनसे टीकाकरण द्वारा बचाव हो सकता है।टीकाकरण की विधियां, टीकाकरण सारणी-प्राथमिक तथा पूरक। क्षय रोगों के लक्षण एवं बचाव के तरीके, जिनसे टीकाकरण किया जाता है। परिवार नियोजन, मासिक धर्म व गर्भावस्था का ज्ञान, गर्भ निरोधक उपाय। गर्भपात अधिनियम की जानकारी।खून बहने, मिर्गी के दौरे, हड्डियों के टूटने, जलने, बिजली के करंट, कुत्ते के काटने, सांप के काटने, नाक से खून बहने में प्राथमिक चिकित्सा। मांसपेशियों में सुई लगाने के चरण। आम रोग तथा एलोपैथिक दवाइयां जो स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपचार में ला सकता है। आम दवाओं के नाम, प्रयोग की विधियां एवं रोग जिनमें वह दवाइयां दी जा सकती हैं। वह रोग जिनका उपचार स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर सकते हैं। उन रोगों के उपचार के तरीके,स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा प्रयोग में लाई जा सकने वाली कुछ आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिकदवाइयां ,आकस्मिक उपचार,पट्टियों के प्रकार एवं उन्हें बांधने की विधियां। इमरजेन्सी उपचार कर सकता है।इस सेमिनार मे डा0 मुस्ताक ,मेराज आलम , मुहम्मद एजाज , फ़र्हत जिया, सफ़िना ओर मेडिकल से जुदे हुए लोग समिल थे।