अखिलेश
लखनऊ। वन विभाग के कंधो पर यू तो पूरे देश के पेड़ो की जिम्मेदारी है लेकिन वन विभाग अपने सरकारी पेड़ो की रक्षा नही कर पा रहा है। लकड़ी माफियाओं के अंदर से वन विभाग का डर खत्म हो गया है। सरकारी पेड़ो पर ही आरा चल रहा है। चार पेड़ काटे गये है। अवैध कटान रोकने का दावा वन विभाग का केवल लिखापढ़ी में ही चल रहा है । मलिहाबाद की बंशीगढ़ी मे वन विभाग के जंगल मे रवीवार की रात मे चार पेड़ कट गये। सोमवार को वन विभाग के चीफ साहब से शिकायत करने पर कार्यवाही का आश्वासन मिला है। वन विभाग लीपापोती करने मे जुटा है। रविवार रात हुवा कटान सोमवार को चीफ साहब से शिकायत की गई। .
किसने क्या कहा ???
कंजीवेटर (चीफ) साहब अभी भेजकर जांच कराते है ।
डीएफओ लखनऊ का नही उठा फोन । (सीयूजी दो बार मिलाने पर भी नही उठ सका )
प्रधान मुख्य संरक्षक वन का भी नही उठा फोन ।
वन मंत्री के आवास पे की गई शिकायत । अभी दिखवाते है ।
वन मंत्री के निजी सचिव से की गई शिकायत । नानुकुर के बाद कार्यवाही का आश्वासन
शिकायतों के सिलसिले के बाद तब जाकर जागा वन विभाग दिन भर जांच का हवाला देकर घुमाते रहे मामला
दिन भर मामले को घुमाने के बाद तब जाकर कल शाम मलिहाबाद थाने मे दी गई तहरीर
कुछ लकड़ी के बोटे पार करने मे कामियाब लकड़ी के ठेकेदार
अब सवाल ये उठता है कि वन विभाग के जंगल मे ही कट गए सरकारी पेड़ तो अन्य जगहों का तो भगवान ही मालिक ।
जब वन विभाग के जंगल मे सरकारी पेड़ो पर चला आरा।