संवाददाता
लखनऊ। कहने को लखनऊ विकास प्राधिकरण है लेकिन वास्तविकता में लूट डवलपमेन्ट आथारिटी है जिसका का कार्य जनता की गाढी कमाई को लुटाना है। करोड़ों रुपया पार्कों के नाम पर लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा ठेकेदारों ने आपस में बन्दर बाँट कर जनता की गाढ़ी कमाई को भ्रष्टाचार की सभी हदें पार कर ठिकाने लगाने का कार्य किया है।चाहे जनेश्वर मिश्र पार्क हो या लखनऊ के अन्य पार्क सभी पार्को के रख रखाव व सौन्दर्यीकरण करण के नाम पर करोड़ो रुपये के बन्दर बाट हो जाता है। जानकारी के अनुसार लखनऊ विकास प्राधिकरण की लूट डवलपमेंन्ट आथारिटी के द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क से लेकर शहर के अन्य पार्को में सुदृढ़ीकरण के नाम पर करोड़ो की धनराशि का ठेकेदार से साठ गाठ कर बन्दर बाट किया जा रहा है । विदित हो कि लक्ष्मण पार्क के सुदृढ़ीकरण के अन्तर्गत बिद्युतीकरण आदि का लगभग सवा दो करोड़ रुपये के कार्य का प्राधिकरण द्वारा ठेका मेसर्स शिवम् लाइट हाउस को दिया ठेकेदार नरेन्द्र धामी द्वारा करोड़ो का भुगतान लेने के बाद कोई कार्य कराया जाना दिखाई नही दे रहा है। पार्क में लगभग पैसठ फैन्सी लाइटो के खम्भे का भुगतान किया गया था जिनमें से कुछ खम्भे ही दिखाई दे रहे है । वही पार्क के फौव्वरो में पुरानी बदहाल पाइपे वाल भी बदहाल है । उसके बाद भी प्राधिकरण अघिकारियो ने मेसर्स शिवम् लाइट हाउस को करोड़ो का भुगतान कराया है द्य बताया जाता है धामी के द्वारा प्राधिकरण में अनेको ठेके लिए गये । यदि मेसर्स शिवम् लाइट हाउस के सम्पूर्ण कार्यो की उच्चस्तरीय जॉच करा ली जाय तो उच्च संबंधों की हनक जमाने वाले ठेकेदार के सभी कार्य कलापो की कलई खुल जाएगी।