बी एन पाण्डेय
फैजाबाद। तारुन ब्लॉक की 13 ग्राम पंचायतों के ग्राम निधि के खाते से 99.65 लाख रुपये निकालने के आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम विकास अधिकारी पर जिंदा वृद्धावस्था पेंशनर को मृतक दिखाकर पेंशन से वंचित किए जाने का और शौचालय निर्माण में लापरवाही का भी आरोप है। मामले में खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर को जांच अधिकारी नामित किया है। मया बाजार ब्लॉक में तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी गिरजेश कुमार तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने तारुन विकासखंड की बरावां, कोरो राघवपुर, जयसिंहमऊ, बल्लीकृपालपुर, थरिया कला,, बालापुर, कल्याणपुर छितौना, इमिलिया, पारा हथिगो, मैहरकबीरपुर, संवरधीर, जजवारा, हथिगो ग्राम पंचायत के ग्राम निधि खातों से राज्य वित्त और 14 वें वित्त आयोग की 99.65 लाख रुपये बिना कार्य योजना की फीडिंग, कार्य की आईडी जनरटे हुए निकाल लिए। जबकि वह मयाबाजार ब्लॉक में तबादले पर था। जांच में यह मामला पकड़ा गया। डीपीआरओ एसपी सिंह ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। आरोपी की ओर से 950 पृष्ठों का जवाब दिया गया। पड़ताल के बाद डीपीआरओ ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह को पत्र भेजा। डीडीओ हवलदार सिंह ने बुधवार देरशाम ग्राम सचिव को निलंबित करके जांच अधिकारी खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर को नामित कर दिया। आरोपी ग्राम सचिव पर मैहरकबीरपुर में वृद्धावस्था पेंशनर जवाहर लाल पुत्र राम नेवल को मृतक दिखाकर पेंशन से वंचित किए जाने का भी आरोप है। इसके लिए 29 सितंबर को आरोप पत्र जारी किया गया था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया। साथ ही बल्लीकृपालपुर, चितावां, छरिया कला में एसबीएम के शौचालय के निर्माण में लापरवाही बरतने का भी आरोप है। निलंबन की अवधि में ग्राम सचिव को पूरा ब्लॉक से अटैच किया है। डीडीओ हवलदार सिंह ने भी आरोपी ग्राम विकास अधिकारी गिरजेश कुमार तिवारी को निलंबित किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी से न तो कार्यों की वित्तीय, प्रशासनिक स्वीकृति एकेशन सॉफ्ट पर अंकित की गई। न ही वर्क आईडी जनरेट कराई गई। धनराशि का आहरण कर लिया गया। प्रथम दृष्टया धन के गबन की आशंका है। बताया कि इसके साथ ही अन्य आरोप भी हैं।