लखनऊ । राजधानी लखनऊ स्थित कृषि भवन में सहायक निदेशक द्वारा कर्मचारी को पीटने तथा गालियां देने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सहायक निदेशक ने एक कर्मचारी को अपने कार्यालय में गंदी-गंदी गलियां देकर बेइज्जत किया और इतना ही नहीं उसने कर्मचारी को धक्का दे दिया इससे कर्मचारी का हाथ टूट गया। इस घटना के बाद बाद यूपी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन लामबंद हो गया और कर्मचारी संगठन ने गुरुवार को काम बंद करके सहायक निदेशक वीर प्रताप सिंह यादव के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आरोपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दूसरे जिले में तबादला करने की मांग करते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग कृषि निदेशक से की । कर्मचारियों ने इस संबंध में हजरतगंज कोतवाली में लिखित तहरीर दी है और घायल कर्मचारी का मेडिकल करवाया है । थाना प्रभारी हजरतगंज ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
पत्रावली के संबंध में विचार विमर्श के दौरान हुई घटना
यूपी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री मोहन चंद्र लोहानी ने बताया कि बुधवार शाम लगभग सभा 6:15 बजे उप कृषि निदेशक के कक्ष में उनसे पत्रावली में विचार-विमर्श के दौरान वीर प्रताप सिंह यादव सहायक निदेशक द्वारा श्रीनाथ दीक्षित से अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां दी गई। श्रवण कुमार उप कृषि निदेशक के मना करने पर भी वीर प्रताप सहायक निदेशक द्वारा श्रीनाथ दीक्षित को धक्का दे दिया गया जिससे दीक्षित का बांया हाथ टूट गया व चेहरे पर गंभीर चोटें आई । इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए यूपी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन ने प्रशासन से उक्त प्रकरण में तत्काल अनुशासनात्मक कार्यवाई करते हुए वीर प्रताप सिंह यादव सहायक निदेशक को दूसरे मंडल में संबंध करने की मांग की है। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं मोहन चंद्र लोहानी महामंत्री ने निर्णय लिया है कि यदि वीर प्रताप के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाई नहीं की गई तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। कृषि भवन के कर्मचारियों ने निदेशक ज्ञान सिंह के कक्ष के आगे बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया । घटना से कृषि विभाग में कामकाज प्रभावित रहा ।