उन्नाव। (सू0वि0) जिलाअधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराये जाने को कहा। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन बन्दी को प्रभावी बनाने के लिए शाम 06 बजे से ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करें। कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने। जनपद के कई लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने जैसी जानकारी मिली है। यह स्थिति किसी के लिए भी अच्छी नहीं है। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक के सहयोग की आवश्यकता है। साथ ही पुलिस प्रशासन की सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने संबंधित हो निर्देशित करते हुए कहा कि लोगों को जागरूक भी करें, साथ-फुट पेट्रोलिंग, चेंकिंग और आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जानी चाहिए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि विशेषज्ञों के आकलन के दृष्टिगत कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में प्रो-एक्टिव नीति अपनाई जाने के शासन द्वारा दिए गए निर्देश का अक्षरशः पालन किया जाए। मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में पीआईसीयू और एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा किया जाए। सभी मेडिकल कॉलेज में 50-50 बेड के पीआईसीयू /एनआईसीयू स्थापित किये जाने है, इसी तरह जिला अस्पताल और सीएचसी स्तर पर भी मिनी पीकू स्थापित किए जा रहे हैं। इसके लिए 20 जून तक की समय-सीमा तय की गई है। समय-सीमा में विस्तार नहीं होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी इन कार्यों की सतत मॉनीटरिंग करें। कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है।
मास्टर ट्रेनरों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण जारी कर कराया जाय। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ आदि के लिए पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग हो रहा है। निर्देश दिए गए कि सभी कार्मिकों के विधिवत प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था की जाए।
अवध की आवाज ब्यूरो चीफ गुड्डू मिश्रा जनपद उन्नाव.