मिश्रिख सीतापुर / थाना मछरेहटा क्षेत्र के ग्राम मिश्रापुर निवासिनी सोनी ने अपने पति गुलशन के विरुद्ध एक प्रार्थना पत्र थाना मछरेहटा में विगत दो दिन पहले दिया था । जिस पर थाना मछरेहटा में तैनात सिपाही तेजवीर ने पीड़िता व उसके परिजनों को थाने बुलाया था परिवार के साथ सोनी थाने पहुंची । वहीं पर उसका पति गुलशन भी अपने चाचा के साथ थाने पहुंचा ।जहाँ पर दोनो के मध्य विवाद की मध्यस्थता सिपाही तेजवीर कर रहे थे । तभी किसी कारण वश तेजवीर को कही जाना पड़ गया ।जिससे दोनों पक्ष थाना परिसर में आपस मे बैठे सुलह समझौता करने की बात कर रहे थे । तभी कुछ दूर बैठे उपनिरीक्षक अनिल तिवारी ने वहाँ आकर धमकी भरे लहजे में पीड़िता व उनके परिजनों को थाने से भगा दिया उन्होने कहा यह पंचायत घर नही है । थाने के बाहर जाकर पंचायत करो । जिस सिपाही ने तुम लोगो को बुलाया है । उसको बुला कर लाओ । इतना कहकर पीड़िता और परिजनों को थाने से बाहर भगा दिया । बीते ढाई साल से थाने में मलाई काट रहे है । दरोगा अनिल तिवारी । एक बार गैर जनपद ट्रांसफर होने के बाद भी पुनः मछरेहटा थाने में तैनाती करवा रखी है । कई मामलों में दरोगा अनिल तिवारी संदिग्ध पाए जा चुके है । थाने में छोटे छोटे मामलों में लोगो को आर्थिक रूप से प्रताड़ित करना दरोगा का शगल बन गया है । अभी हाल में ग्राम जमलापुर में हुई चोरी के मांमले में पीड़ित पर दबाव बनाने में दरोगा अनिल तिवारी ने रात दिन फोन पर तहरीर बदलवाने का दबाव बनाया ।और चोरो को पकड़ कर उनका मात्र 151 में चालान कर दिया । इस लिए पीड़ित महिला उच्चाधिकारियों का ध्यान का ध्यान इस ओर आकर्षित कराते हुए दबंग दरोगा के बिरुध्द कार्यवाही करने की मांग की है ।