कानपुर नगर। सखी केंद्र द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर महिलाओं
के साथ यौन उत्पीडन हेतु जागरूकता व प्रावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय अभियान की शुरूआत क्रइस्टचर्च काॅलेज से हुई,
जिसमें इस अधिनियम पर व लैंगिंक समानता पर नीलम चतुर्वेदी ने कहा कि यदि हमें अपने देश की आर्थिक, सामाजिक व
रानैतिक स्थितियों को बेहतर बनाना है, जीडीपी को बढाना है तो लैंकिग समानता लानी होगी। उन्होने लैंगिक उत्पीडन रोकथाम अधिनियम कीपूरी प्रक्रिया का बहुत बेहतर तरह से बताया। वहीं तमाम प्रश्न छात्राओ ने पूंछे, जिसके जवाब में नीलम ने बताया कि सबसे पहले हमें अपने डर से लडना है और उसे अपने अंदर से निकालना है क्योंकि ये डर हमें कमजोर बनाता है। कई प्रश्न कानून की बारीकियों व व्यक्तिगत दर्द व मर्म स्पर्शी किये गये, जिनके जवाब उसी तरह से संतोषजनक दिये गये। अर्चना ने सखी केंद्र की गतिविधियों, रणनीति व उपलब्धियो के बारे में बताया। इस दौरान सभी ने शपथ ली कि आज महिलाओं के
खिलाफ हिंसा के उन्मूलन हेतु संखी केंद्र द्वारा महिलाओं के साथ यौन उत्पीडन के बारे में जागरूकता व प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राष्ट्रीय अभियान
को सशक्त बनायेगे और हिंसा मुक्त लैंकिगसमानता वाले एक सुन्दर समाज का निर्माण करने के लिए अपनी पूरी क्षमता से प्रयास करेगे। इस अवसर
पर प्राची त्रिपाठी, अर्चना, पुष्पा, माया कुरील, नलिन कुमार, बेबी यादव, माया सिंह, अनुपमा, ममता गुप्ता, उमा, अनुज, स्वप्निल सिंह आदि मौजूद रहे।