अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या | तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस दास ने राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर सोमवार की सुबह से आमरण अनशन शुरू कर दिया। महंत परमहंस दास का कहना है जब एससी-एसटी का बिल मोदी सरकार बना सकती है तो राम मंदिर पर क्यों नहीं। स्वामी परमहंस दास ने कहा कि राम मंदिर के लिए काफी लंबे समय से लोग प्रयासरत हैं। बीजेपी सरकार के एजेंडे में भी राम मंदिर निर्माण है, इसीलिए वीएचपी ने भी बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया और बीजेपी भारी बहुमत से सत्ता में आई। उन्होंने कहा मोदी सरकार के कार्यकाल पूरे होने पर अब कुछ ही माह शेष बचे हैं बावजूद इसके लिए राम मंदिर निर्माण के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया है। तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस दास ने कहा कि पीएम ने देश के सभी मठ मंदिरों में जाकर मत्था टेका है लेकिन रामलला के दरबार में अभी तक नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि रामघाट स्थित तपस्वी छावनी महत्याग साधुओं की आचार्य पीठ है, जिसकी देश भर में 12 लाख शाखाएं हैं। इनसे जुड़े लाखों की संख्या में साधु संत और श्रद्धालु हैं। उन सभी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए अनशन के माध्यम से सरकार को संदेश देने का काम किया जा रहा है कि मंदिर निर्माण की मोदी सरकार के लिए अंतिम विकल्प है। आमरण अनशन पर बैठे परमहंस दास के साथ महान्त बृजमोहन दास, आचार्य रामप्रकाश पाण्डेय वैद्य जी, बबलू मिश्र सहित सैकड़ों साधु महात्मा मौजूद रहे |