सीतापुर। मिश्रित सीतापुर / अट्ठासी हजार ऋषि मुनियों की पावन तपो स्थली मिश्रित नैमिष तीर्थ स्थित प्राचीन स्वामी नारदानंद आश्रम में पीठाधीश्वर जगदाचार्य स्वामी देवेंद्रानंद सरस्वती के सानिध्य में बड़ी संख्या में भक्तों ने ब्रह्मलीन नारदानंद सरस्वती की समांधि का पूजन किया । श्रद्धालुओं ने स्वामी देवेंद्रानंद सरस्वती का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। शौनक कुटी परिसर में स्वामी देवेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि गुरु ही हमें कृपा करके परमात्मा से मिलन और जीवन के कल्याण का मार्ग दिखाते हैं । उन्होंने कहा कि आने वाले दो मांह तक दंडी सन्यासी को जल जैसे नदी नाला एवं नहर को पार करना निषेध है। इस लिए संन्यासी दो मांह तक एक ही स्थान पर निवास करते हुये परमात्मा का भजन करेंगे। इसी क्रम में पहला आश्रम में महंत नन्हकू दास , व्यास आश्रम में व्यास पीठाधीश अनिल कुमार शास्त्री , हनुमान गढ़ी में महंत बजरंगदास , हरिहरानन्द आश्रम में स्वामी हरिहरानन्द का देर शाम तक शिष्यों ने विधिविधान सहित पूजन कर गुरु आशीष प्राप्त किया , इस अवसर पर नारदानन्द आश्रम में शिक्षा सुधार समिति के मंत्री रामदास पाठक, कार्यवाहक मंत्री शांतिदेव त्रिपाठी, संजय शास्त्री, वेद प्रकाश, आचार्य धनंजय पाण्डेय समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजन किया। इसके उपरांत शिक्षा सुधार समिति द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें वेदपाठी बालकों, सतों और श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।