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ब्लाक में नही आते नवागत पंचायत सचिव प्राइवेट आवास लेकर खिला रहे गुल

सीतापुर। मिश्रित सीतापुर / एक तरफ ग्राम विकास को लेकर प्रदेश सरकार कटिबध्द होकर जहां कड़े दिशा निर्देश जारी कर रही है । वहीं जनपद के मिश्रित ब्लाक में अभी दूसरी जगह से स्थानांतरित होकर आए कई ग्राम विकास अधिकारी ब्लाक कार्यालय के ठीक सामने स्थित रीजेंसी पब्लिक स्कूल के पीछे मोहल्ला शंकर नगर में किराए का आवास लेकर संयुक्त रूप से अपना कार्यालय संचालित करते हुए ब्लाक कार्यालय को खुले आम मुंह चिढ़ा रहे हैं । इन निरंकुश पंचायत सचिवों की कार्य प्रणाली से खंडविकास अधिकारी भी लाचार बने हुए हैं । आपकों बता दें कि ब्लाक कार्यालय के ठीक सामने स्थित मोहल्ला शंकर नगर में एक मकान किराए पर लेकर इस ब्लाक में अभी हाल ही में स्थानांतरित होकर आए पंचायत सचिव संदीप कुमार , वीरेंद्र कुमार गुप्ता , विनीत कुमार , केशव कुमार राना , मयूरेश राय ने अपना कार्यालय बना लिया है । और आवंटित ग्राम पंचायत के प्रधानों को इसी प्राइवेट आवास के कथित कार्यालय में बुलाकर पता नहीं कौन सा गुल खिलाते हैं । जिसका प्रमांण इस सचिवों को आवंटित ग्राम पंचायतों का निरीक्षण करके उच्चाधिकारी स्वयं देख सकते हैं । इसी तरह ब्लाक कार्यालय से चंद कदम आगे विद्युत पावर हाउस के समीप एक प्राइवेट आवास में कर्मचारी अमित कुमार साहू , राम लखन वर्मा सहित टीए रामाशंकर वर्मा अपना कार्यालय बना रखा है । यह लोग भी अपनी आवंटित ग्राम पंचायत के प्रधानों को अपने व्यक्तिगत कार्यालय में बुलाकर ग्राम विकास की आवंटित सरकारी धनराशि को जमकर चूना लगा रहे हैं । इतना ही नही इन प्राइवेट आवासों में सचिवों ने अपने कथित कार्यालय में कंप्यूटर सिस्टम और व्यक्तिगत आपरेटर भी लगा रखे हैं । जिससे उपरोक्त पंचायत सचिव अपनी आवंटित ग्राम पंचायत के सारे कार्यों की फीडिंग आदि कराने का कार्य करते हैं । और स्वयं ब्लाक कार्यालय पर आकर कार्य करना मुनासिब नहीं समझते हैं । जब कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में शासन द्वारा पंचायत सहायकों की नियुक्ती की गई है । वहां कंप्यूटर सिस्टम भी उपलब्ध कराया गया है । पंचायत भवन में बैठकर ग्राम पंचायत की सारी फाडिंग करने का नियम निर्धारित किया गया है । जो पूरी तरह मिश्रित ब्लाक में फेल चल रहा है । वहीं भारी भरकम सरकारी धनराशि खर्च करके ब्लाक कार्यालय प्रांगण में स्थित सरकारी आवास और कार्यायलयों की अभी हाल ही में मरम्मत रंगाई , पुताई , फिंसिग आदि कराई गई है । जो पूरी तरह खाली होकर ताला बंद पड़े हैं । ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा प्राइवेट आवास लेकर ब्लाक कार्यालय के सापेक्ष निजी कार्यालय संचालित करना किस नियम का अंग है । इस बाबत कोई भी उच्चाधिकारी सटीक जवाब नहीं दे रहा है ।

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