सीतापुर l भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की सीतापुर टीम ने लक्ष्य कमांडर डॉ जे आर दिनकर के नेतृत्व में संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की जयंती सीतापुर के सहजनपुर में बड़ी धूमधाम से मनाई । जिसमे बहुजन समाज के कई गांव के लोगो ने हिस्सा लिया और गांव में जनजागरण रैली भी निकाली जिसमे लोगों द्वारा बहुजन समाज में जन्मे महापुरुषों के सम्मान में जोरदार नारे भी लगाए गए। इस अवसर पर लक्ष्य टीम द्वारा एक कैडर कैंप का आयोजन भी किया गया । दूषित मानसिकता वाले लोगों की एक सोची समझी चाल रही है कि एक विशाल समाज को अपने स्वार्थ में जातियों के छोटे-छोटे टुकड़ों में बाँट दें ताकि बहुजन समाज के लोग उनकी गुलामी करने के लिए मजबूर हो और उनके खिलाफ कभी भी एकजुट ना हो सके और ये दूषित मानसिकता वाले लोग देश की सारी की सारी धन धरती पर अपना कब्जा बनाए रखें l जिसमें हम लोगों को धर्म व कर्मों का चश्मा पहना दिया तथा अंधविश्वास का नशा करा दिया गया जो आज तक नही उतरा है । यही कारण है कि बहुजन समाज के लोग इनकी चालों में फंसे रहे जिसके कारण बहुजन समाज के लोग हजारों वर्षों से अमानवीय जीवन जीने के लिए विवश है और हम लोग इस जातियों के दलदल में मस्त हो गए हैं अगर बहुजन समाज के लोगों को अपना जीवन स्तर बदलना है तो अपनी सोच में बदलाव लाने होंगे जातियों के चश्मे को उतार फेकना होगा तभी जाकर इन दूषित मानसिकता वाले लोगों की असलियत और वास्तविक दुनिया दिखाई देगी l मनुवादियों की इन चालों के खिलाफ हमारे महापुरुषों ने समय-समय जोरदार बिगुल भी बजाए जिससे इनके जड़ें कमजोर भी हुईं यह बात लक्ष्य के कमांडरों ने अपने संबोधन में कही। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बहुजन समाज के लोग अपनी अपनी-अपनी जातियों के अंधियारे में ही मस्त होकर रह गए हैं। हम उससे निकलने का कोई भी प्रयास नहीं कर रहें हैं अगर कोई करता भी है तो अधिकतर लोग उसकी टांग खींचने में अपनी ऊर्जा लगा देते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मानवीय जीवन के लिए हमें जातियों के अंधियारे से बाहर निकलना होगा तभी जाकर हम लोग विकास देख पाएंगे। इस सामाजिक चर्चा में लक्ष्य कमांडर डॉ जगजीवन दिनकर, रेखा आर्या, राजकुमारी कौशल, संघमित्रा गौतम, देवकी बौद्ध, बबिता सेन, सुमन सिंह बौद्ध, राजेश कुमार, देशराज गौतम, राज कुमार सिंह, डॉ राजेन्द्र यादव। सुषमा बाबू, रेखा दिनकर ने हिस्सा लिया।
Home > अवध क्षेत्र > बहुजन समाज के लोग अपनी-अपनी जातियों के अंधियारे में ही मस्त होकर रह गए हैं : लक्ष्य