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सपा जिला उपाध्यक्ष ने अमिश देवगन की गिरफ्तारी के लिए महामहिम राज्यपाल के नाम जिला अपर अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

ब्यूरो रिपोर्ट-प्रशांत तिवारी

हरदोई। विवादित शो को लेकर चर्चा में रहने वाले एंकर अमीश देवगन ने विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनउद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करना महंगा साबित हुआ है। देश भर में अमीश देवगन के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज कराई जा रही है।
बता दें कि अपने मथुरा-काशी से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान अमीश देवगन ने हजरत ख्वाजा मोइनउद्दीन चिश्ती उर्फ गरीब नवाज को चिश्ती लुटेरा कहा था। धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होने कहा था कि चिश्ती लुटेरा आया और उसके बाद लोगों ने धर्म बदला।इस दौरान उन्होने इस वाक्य को कई बार दोहराया।
देखते ही देखते उनके कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद देश के कई हिस्सों में उनके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। कई शहरों में बीती रात ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया था।
माना जा रहा है कि अमीश देवगन के खिलाफ कई और शहरो में मामले दर्ज कराये जाएंगे। इसी के चलते आज हरदोई में महामहिम राज्यपाल महोदया यूपी को जिला अपर अधिकारी हरदोई के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा है।जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि न्यूज़ 18 इंडिया के एंकर अमिश देवगन के द्वारा मुस्लिम समाज के हिंदुस्तान के सबसे बड़े सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलेह के लिए गलत शब्द का प्रयोग किया गया टीवी डिबेट में जिससे कि मुस्लिम समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची उनके द्वारा जानबूझकर ऐसे शब्दों का प्रयोग करके देश का माहौल खराब करने की कोशिश की गई है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी अजमेर दरगाह पर हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी भाई लोग जाकर हिंदू मुस्लिम एकता पैग़ाम देते हैं ऐसे लोग जो देश का माहौल खराब कर रहे हैं उनके खिलाफ मुकदमा लिख कर गिरफ्तारी की मांग करते हैं।
हालांकि विवाद बढ़ने पर अमीश देवगन ने अपने बयान पर सफाई में कहा कि “मेरी 1 डिबेट में, मैंने अनजाने में चिश्ती के रूप में ‘खिलजी’ का उल्लेख किया। मैं ईमानदारी से इस गंभीर त्रुटि के लिए माफी मांगता हूं और यह सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के अनुयायियों के लिए दुख की बात हो सकती है, जिन्हें मैं सम्मान देता हूं। मैंने उनकी दरगाह पर पहले से आशीर्वाद मांगा है। मुझे इस त्रुटि पर खेद है।

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