निघासन खीरी। संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती जिले भर में उत्साह के साथ शोषल डिस्टनसिंग का ध्यान रख अपने अपने घरों में मनाई गई। इस मौके पर लोगों ने अपने घरों में उनकी प्रतिमाओं और चित्रों पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
बताते चलें कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल को हर साल धूमधाम से मनाई जाती है। यह पहली बार हुआ की बाबा साहेब की जयंती कार्यक्रम लॉकडाउन के चलते फीकी रही है। इस बार बाबा साहेब की 129वीं जयंती थी। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू में बाबा साहेब ने जन्म लिया था, यहां बाबा साहेब का विश्वस्तरीय स्मारक बना हुआ है।
बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में निघासन ग्राम रोजगार सेवक आशीष कनौजिया ने अपने घर पर बाबा साहब का जन्मदिन शोषल डिस्टनसिंग का पालन कर केक काट कर मनाया।
आशीष कनौजिया ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यर्पण किया व उनकी उपलब्धियों के बारे में बताया।
सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करते हुए ग्राम रोजगार सेवक आशीष कनौजिया ने भारत रत्न बाबा साहब के द्वारा दिखाए गए आदर्शों पर चलने की बात करते हुए कहा की बाबा साहब ने अपना जीवन जाति-पाति, भेदभाव को खत्म करते हुए सब को एक सामान अधिकार दिलाने में व्यतीत कर दिया।
इस दौरान पत्रकार शरद मिश्रा, रजनीश कनौजिया, मनीष कनौजिया व मुन्ना यूनिक, चमन राणा भी मौजूद रहे।