निघासन खीरी। निघासन ब्लॉक में आंगनबाड़ी केन्द्र पर बाल विकास परियोजना की सुपरवाईजर मंजू के द्वारा बच्चों का खाद्म सामग्री चना दाल, सरसों का तेल रिफाइंड सूखा दूध और समूह के द्वारा बाटने वाला गेहूं आदि को गरीब बच्चों को न देकर आगनबाड़ी केंद्र से ही दलाल प्रेमचन्द गुप्ता के घर पर सुबह लगभग 08:00 बजे ठेलिया से चने की दाल पहुंची जबकि आफिस खुलने का समय सुबह 10:00 बजे
बताते चलें कि आगनबाड़ी की खाद्म सामग्री दलालों के द्वारा बेची जा रही है इसकी सूचना फरवरी मे मिली थी इससे पहले दरिया खूब बेंची जा रही थी। जब दरिया बंद की गई उसके बाद से खाद सामग्री चना दाल, सरसों का तेल ,रिफाइंड,घी, सूखा दूध और समूह के द्वारा बांटने वाला गेहूं आदि भी बिकने लगा है। जिसमें दलाल ने भी स्वीकार कर लिया है की सरकार का निघासन ब्लॉक में चालीसों लाख का नुकसान हो रहा है साथ में सभी आंगनबाड़ी मंजू मैडम को हर महीने चार पांच सौ रूपये देने के बाद में सामग्री देती हैं।और तो और दलाल प्रेमचन्द गुप्ता ने गूड्डू का भी नाम बताया है वो बेचने में शामिल है। आंगनबाड़ी मे आने वाला पराग घी 280 रू में लेकर 300रू मे बेचने को भी स्वीकार कर रहा है। सभी सरकारी कर्मचारियों को बेईमान,घूसखोर व दलाल बता रहा है इससे यह पता चलता है कि योगी राज मे सब कुछ संभव है असम्भव कुछ भी नहीं है। निघासन ब्लॉक मे बाल विकास परियोजना भ्रष्ट महिला कर्मचारी मंजू कई सालों से ऐसे ही बच्चों का हक मारते आ रही है जैसे उनके बाप की बबौती है।जब दलाल को पता चला की मेरी वीडियो बन गई है तभी साक्ष्य को छिपाने के लिए चना दाल की लगभग 24-25 बोरी अपने भाई के यहाँ भिजवा दी है देखना यह है की शासन व प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही होती है य नहीं।।
जो वीडियो लगभग 21:00 मिनट की है जिसमे साक्ष्य को भी छिपाने को भी स्वीकार किया है दलाल द्वारा