Home > अवध क्षेत्र > मां की हत्या  तथा  पिता के जेल जाने के बाद अनाथ हुयी चार किशोरी तथा एक  किशोर  का सहारा बने थानाध्यक्ष दिनेश सिंह

मां की हत्या  तथा  पिता के जेल जाने के बाद अनाथ हुयी चार किशोरी तथा एक  किशोर  का सहारा बने थानाध्यक्ष दिनेश सिंह

पिसावां । पांचों बच्चों को कपडे तथा तीन को स्कूल जाने के स्कूली बैग खाने के लिये पचास पचास किलो चावल तथा गेहूं दे कर बालकल्याण विभाग तथा   समाज कल्याण विभाग को सहायता के लिए पत्र लिख कर सहारा बने थानाध्यक्ष ने देवगंवा गांव के अनाथ हुये पांच बच्चों मे सबसे बडी किशोरी सलोनी तेरह वर्ष गौरी आठ वर्ष जूली छह वर्ष सोनम चार वर्ष तथा सतेन्द्र पांच वर्ष को थानाध्यक्ष ने घर मे पहनने के लिए सभी को कपडा  तथा स्कूल जाने वाली तीन किशोरियों को स्कूली बैग के साथ पचास किलो चावल तथा पचास किलो गेहूँ  देकर बच्चों को स्कूल जाने की शिक्षा देकर घर भेजा थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि इन अनाथ हुये बच्चों की मदद के लिए बालकल्याण विभाग चाइल्ड वेयर फेयर कमेटी तथा जिलाधिकारी कार्यालय को पत्राचार कर मदद के लिये लिखा पढी कर हर संभव मदद के लिये पत्र लिखेंगे । उन्होंने बताया इस तरह के बच्चों को सभी लोगों को  मदद  करनी चाहिए  । थानाध्यक्ष ने बताया कि बीते दिनों इन बच्चों के माता पिता के आपसी विवाद के चलते पिता रामसागर ने  पत्नी रामरानी  की बांका से प्रहार कर  हत्या कर दिया था । जिसके बाद मां की हत्या के बाद पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था । तब से यह बच्चे अनाथ हो गयै जिसकी जानकारी मिलने पर बच्चों के कपडे स्कूल जाने की व्यवस्था से लेकर खाने की व्यवस्था की है तथा बच्चों को सरकारी योजनाओं के लाभ के लिये संबंधित विभागों को पत्रचार कर मदद के लिये कहा गया है।

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