पनवारी सम्पर्क मार्ग कहे जाने वाली रोड बहा रही अपनी दुर्दशा पे आशू
निघासन खीरी। सरकार ने कच्चे रास्तों को पक्का करने की बहुत सी घोषणाएं की हुई हैं, जिन पर विभागीय अधिकारी काम करने का दावा करते हैं। लेकिन, जो सड़कें पहले सी ही पक्की हैं और गड्ढों में तब्दील हो रही है उनकी तरफ न तो सरकार के नुमाइंदों का ध्यान ही नही जा रहा है तथा न ही विभाग के कार्यालयों में बैठे उच्च अधिकारियों का।सड़कों की मरम्मत के लिए प्रति वर्ष लाखों रुपये का बजट विभागों में आता है। सड़कों की हालत को देखकर ऐसा लगता है यह बजट मात्र फाइलों में ही पूरा हो रहा है तथा सरकार का गड्ढा मुक्त सड़कों का अभियान भी दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है। लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते निघासन से झण्डी सम्पर्क मार्ग जो कि पनवारी सम्पर्क मार्ग रोड से जानी जाती है।अब वह रोड गड्ढों में तब्दील होती दिखाई दे रही है। गड्ढे होने के कारण वाहन चालकों और राहगीरों को जान का जोखिम बना रहता है।यह सड़क निघासन से होते हुए लगभग 20से 30 दर्जन गांव को जोड़ती है भजन पुरवा ,बुद्धा पुरवा, झण्डी ,बरोठा, बिनौरा ,मुड़ा बुजुर्ग,अदलाबाद,हरसिंगपुर आदि काफी गांवों से जाकर निकलती है लगभग 3 किलोमीटर सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है क्षेत्र के अधिकांश सड़कों का भी यही हाल है।
सड़क पर गड्ढे होने के चलते वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। इस रोड की चौड़ाई भी बहुत ही कम है, ऐसे में दो वाहनों का एक साथ निकलना दुर्घटना को न्यौता देना जैसा ही है। विभागीय अधिकारियों द्वारा उक्त सड़क के गड्ढे को भरवाने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं। इस रोड से रोजाना सैकड़ों हल्के व भारी वाहन गुजरते हैं। सड़क पर गड्ढे व्याप्त होने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। विभाग में सड़कों की मरम्मत के नाम से जो पैसा आता है कहा जाता कुछ नहीं पता।