Home > अवध क्षेत्र > दूसरे की इज्जत मिट्टी में मिलाकर खुद इज्जत से काम करने के शौकीन निघासन बिजली विभाग के एसडीओ।

दूसरे की इज्जत मिट्टी में मिलाकर खुद इज्जत से काम करने के शौकीन निघासन बिजली विभाग के एसडीओ।

निघासन खीरी। मैं ऑफिस में इज्जत से काम करता हूं ,जी हां हम बात कर रहे हैं एसडीओ (बिजली विभाग)निघासन की, आपको बताते चलें कि जहां एक तरफ योगी सरकार जनता को सुरक्षा और सम्मान देने का दावा कर रही है वहीं निघासन क्षेत्र के पतिया में बिजली विभाग की लापरवाही का एक मामला सामने आया है, जिसमे पतिया निवासी एक प्रार्थी ने बताया कि आज से लगभग 4 वर्ष पहले उसने एक बिजली कनेक्शन लगवाया था जो कि बिजली विभाग के द्वारा उस समय पर बिना किसी चार्ज के कनेक्शन हो गया था साथ ही मीटर भी लगा था,किंतु समय बीतने पर जब बिल जमा करने के लिए जानकारी ली गई और अपना बिजली बिल चेक करवाया तो उसमें बिल मीटर रीडिंग के अनुसार ज्यादा आ रहा था, जिसको सुधरवाने के लिए प्रार्थी ने कई बार निवेदन किया किंतु
बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा बताया गया है विभाग के अधिकारियों को जानकारी दे दो समाधान हो जाएगा,जिसके बाद प्रार्थी ने जानकारी देते हुए कई बार शिकायत की तो संबंधित अधिकारियों ने बताया कि लिखित में प्रार्थना पत्र दो ,तो 07 फरवरी 2023 को लिखित प्रार्थना पत्र दिया जिसमें मीटर रीडिंग सही करवाने के लिए निवेदन किया गया साथ ही प्रार्थी ने यह भी लिखकर दिया कि बिल सही हो जाने पर तत्काल जमा कर दिया
जाएगा, एसडीओ साहब ने प्रार्थना पत्र देख कर आगे बढ़ाते हुए आश्वासन दिया था कि जांच करवा करके रीडिंग के अनुसार बिल सही करवा दिया जाएगा, किंतु 11 मार्च की सुबह बिना जानकारी देते हुए कनेक्शन काट दिया गया।
एसडीओ निघासन से वर्जन लेने के लिए जब कॉल की गई जिसमे पूछा गया कि अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई,और प्रार्थी की जो सामाजिक छवि धूमिल हुई है उसका बारे में आप क्या कहेंगे,तो उन्होंने बताया कि “मुझे किसी की छवि से क्या मतलब मैं ऑफिस में इज्जत से काम करता हूं आप लोग दबाव बनाकर काम करवाना चाहते हैं।अपनी रौब में लेना चाहते हैं” इतना कहते हुए फोन काट दिया दोबारा फोन करने पर नही हुआ रिसीव,
आखिर क्यों इतना लापरवाह हो रहा है बिजली विभाग निघासन, जो कि अपने दामन को बचाने के लिए कटवा रहे हैं कनेक्शन।
अब देखना यह होगा कि आखिर इस मामले में कोई कार्यवाही होगी या यूं ही अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में पड़ जाएगा यह भी मामला।

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