कानपुर। जिसने जीवन भर साथ निभाने का वादा किया, उसी ने जीवन भर का ऐसा दर्द दे दिया, जिसे भुला पाना नामुमकिन है। ऐसी महिला को बॉलीवुड के बादशाह कहे जाने वाले अभिनेता शाहरुख खान ने सहारा दिया। इस महिला के पति ने चेहरे पर तेजाब डालकर जला दिया था। शाहरुख खान ने इस महिला की दिल्ली के एक अस्पताल में सर्जरी कराई और उसे नया जीवन दिया। इतने बड़े अभिनेता के साथ बिताए कुछ पलों ने जीवन भर के लिए मिले इस दर्द को कम कर दिया है। यह महिला फर्रुखाबाद के कायमगंज क्षेत्र के गांव कुबेरपुर की है। इसका नाम है फरहा खान। फरहा खान का निकाह वर्ष 2003 में फर्रुखाबाद के ही गांव अमेठी निवासी कमर आलम खां के साथ हुई थी। शादी के 6 वर्ष बाद उनता पति से तलाक हो गया और फरहा अपने मायके आ गईं। 11 फरवरी 2011 को पति कमर अपने एक रिश्तेदार के साथ कुबेरपुर आया और चूल्हे के पास बैठी फरहा के चेहरे पर तेजाब फेंककर भाग गया। इस मामले में कोर्ट से पति को साढ़े तीन वर्ष की सजा मिली। वर्ष 2016 में प्रदेश की सपा सरकार की ओर से एसिड अटैक पीडि़ताओं के लिए चलाई गई योजना के अनुसार फरहा खान को पांच लाख रुपये की मदद मिली। आर्थिक मजबूती मिलने से वह दिल्ली चली गईं। वहां वह छांव फाउंडेशन संस्था से जुड़ीं और एसिड अटैक पीडि़त महिलाओं की मदद करने में जुट गईं। इसी दौरान फरहा की मुलाकात बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान से हुई थी। बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरुख खान की संस्था मीर फाउंडेशन एसिड अटैक पीडि़तों की मदद करती है। इसमें उनके उपचार से लेकर उनकी नौकरी और अन्य सुविधाएं दिलाने तक की बात शामिल है। शाहरुख खान की संस्था ने दिल्ली में उनकी संस्था ने देश भर की 120 एसिड अटैक पीडि़त महिलाओं की मदद को हाथ बढ़ाए। इन एसिड अटैक पीडि़त महिलाओं में कायमगंज के गांव कुबेरपुर निवासी फरहा खान भी थीं। इन पीडि़त महिलाओं की सर्जरी दिल्ली के करोलबाग स्थित बीएल कपूर हास्पिटल में की गई। शाहरुख खान ने खुद दिल्ली पहुंचकर पीडि़त महिलाओं के हालचाल लिए। उन्होंने हौज खास स्थित एक होटल में पीडि़त महिलाओं के साथ बैठकर उनके दुख दर्द को बांटा। उनके पास बैठकर फिल्म स्टार ने जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दीं। इससे फरहा खान व उनका परिवार काफी खुश है।