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ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण पर चौपाल लगाकर की गई चर्चा

कानपुर। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के तत्वाधान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भावी महापौर प्रत्याशी विजय सिंह मर्तोलिया के नेतृत्व में ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण पर चौपाल लगाकर चर्चा केशव पुरम में की गई। आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भावी महापौर प्रत्याशी विजय सिंह मर्तोलिया ने कहा कि अशोक सिंह संजीवा रेड्डी ग्रुप इंटक के लोगों ने स्वयं अशोक सिंह ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अपनी स्वीकृति दी जोकिं बड़ी शर्मनाक है। इस तरह की घटना 2007 में संजीवा रेड्डी ने भी किया था उन्होंने सीधे यह कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के पिछलग्गू नहीं हैं। जो हमारी मर्जी होगी वह हम करेंगे जिसका पेपर की कटिंग आज भी हमारे पास है और यह लोग अपने आप को असली इंटक बताते हैं। जबकि यह पूरी तरह से फर्जी है इनसे जितने लोग जुड़े हैं सब की सब फर्जी इंटक के हैं कल मेरे संज्ञान में आया कि यह फर्जी इंटक वाले अशोक सिंह एंड कंपनी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से मिलने गए थे निगमीकरण के विरोध में यह समझ में नहीं आता यह लोग चाहते क्या हैं पहले ही इनके आका ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को निगमीकरण करने की सहमति दे चुके हैं जबकि केके तिवारी गुट के राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय सिंह मर्तोलिया ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण के विरोध में केंद्र सरकार मे अपना विरोध दर्ज कराया है। अगर ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों को भारत सरकार निगमीकरण करती है तो कहीं न कहीं देश की रक्षा व सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। क्योंकि इन्हीं फैक्ट्रीयों से बने हुए हथियारों से 19 71 में जो लड़ाई हुई थी भारत-पाकिस्तान की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के हथियारों से ही विजय प्राप्त की गई थी और कारगिल युद्ध में भी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीयों से बने हुए हथियारों से ही विजय प्राप्त की गई थी अगर भारत सरकार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को निगमीकरण करती है तो कहीं ना कहीं देश को खतरा है क्योंकि पूंजीपति लोग अपने फायदे के लिए गलत तरीके से हथियार बनाएंगे और वह बॉर्डर पर जाकर जब उसका परीक्षण किया जाएगा निश्चित तौर पर वह हथियार सारे बोकस निकलेंगे इसलिए देश की रक्षा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को निगमीकरण न किया जाए।
*अवध की आवाज कानपुर संवाददाता निहाल अहमद की रिपोर्ट*

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