कानपुर। होली के पहले कॉमर्शियल सिलिंडर के दाम बढ़ने से महंगाई में भी इजाफा हो सकता है। खाद्य तेलों के दाम पहले से ही बढ़े चल रहे हैं। अब कॉमर्शियल सिलिंडर में 105.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इससे खाने की चीजें महंगी हो सकती हैं। कॉमर्शियल सिलिंडर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल खाद्य पदार्थों से जुड़े व्यवसाय में होता है। नमकीन आदि के कारखानों व होटलों, रेस्टोरेंट में इनकी खपत होती है।
नवंबर में 267 रुपये प्रति सिलिंडर दाम बढ़े थे। दोबारा भाव बढ़ना होटल-रेस्टोरेंट कारोबारियों के लिए चिंता की बात है। वैश्विक अशांति के कारण निकट भविष्य में दाम गिरने की उम्मीद भी नहीं है। सरकार को 18 फीसदी जीएसटी कम करके या खत्म करके राहत देनी चाहिए। – राजकुमार भगतानी, महामंत्री, कानपुर होटल गेस्ट हाउस स्वीट्स एंड रेस्टोरेट एसोसिएशन सिलिंडर के दाम में बढ़ोतरी का सीधा असर खाने के दामों पर पड़ता है। नई दरें लागू होने के साथ ही दाम भी बढ़ जाते हैं। कोरोना के चलते पिछले तीन साल से कारोबारी मेन्यू कार्ड के रेट नहीं बढ़ा पा रहे हैं। 2019 में 1150 रुपये प्रति सिलिंडर का दाम था। अब इसके रेट 2200 (गो गैस 21 किलो) हो गए हैं। – विकास मल्होत्रा, एक्जीक्यूटिव सदस्य, होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन नार्दर्न इंडिया नमकीन बनाने में सिलिंडर की सबसे ज्यादा खपत होती है। खाद्य तेल रिफाइंड, मसालों के दाम तो पहले से ही तेज हैं। त्योहार से पहले सरकार ने व्यापारियों को बड़ा झटका दिया है। इसका असर खाने की चीजों में दिखेगा।