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जिला अध्यक्ष सुनील बजाज के नेतृत्व में मोतीझील स्थित श्याम प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन व माल्यार्पण

कानपुर | बुधवार को परम श्रद्धेय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि / बलिदान दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी कानपुर महानगर उत्तर द्वारा जिला अध्यक्ष सुनील बजाज के नेतृत्व में मोतीझील स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पार्चन व माल्यार्पण किया गया।
आज वहां प्रमुख रूप से उपस्थित उच्च शिक्षा राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार नीलिमा कटियार व जिला अध्यक्ष सुनील बजाज ने पदाधिकारियों के साथ भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 68वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के उनके प्रयासों को याद किया।
राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने उन्हें याद करते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद ने बड़े ही छोटे कालखंड में ही वैचारिक राजनीति के लिए बड़े अधिष्ठान चयन पर स्थापित किए हैं , उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद के प्रयास से जनसंघ की स्थापना हुई जिसमें राष्ट्रवाद की खुशबू और भारतीयता की अथाह सुगंध थी , उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद ने सदैव राष्ट्रीय एकता की स्थापना को ही अपना प्रथम लक्ष्य रखा व सदैव एक सुनहरे भविष्य के भारत की कल्पना करते रहें, उनके महान आदर्श, समृद्ध विचार और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें सदैव प्रेरित करती रहेगी। उनके द्वारा राष्ट्रीय एकता के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।’’
अंत में उन्होंने कहा कि‘‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अवधारणा लेकर भारत की एकता-अखंडता के लिए, अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के नाम समर्पित करने वाले, जनसंघ के संस्थापक, महान राष्ट्रभक्त श्रद्धेय डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर कोटि-कोटि नमन!’’
वहां उपस्थित जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने कहा की मुखर्जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के रचयिता है और उनके अनुसार इस देश के विकास में जनभागीदारी के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि उन्होंने सत्ता की लालसा नहीं बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के ध्येय को लेकर जनसंघ की स्थापना की।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुखर्जी ने देश की अस्मिता और अखंडता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने भारत का पुनः विभाजन होने से बचाया। उनका त्याग, समर्पण और उनके आदर्श युग-युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उन्हें हम सब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कोटिशः नमन करते हैं।
हमें ज्ञात है कि मुखर्जी को 11 मई 1953 को परमिट सिस्टम का उल्लंघन कर कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था। वर्ष 1953 में 23 जून को उनकी मृत्यु हो गयी थी। आज भारतीय जनता पार्टी द्वारा उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया।
आज इस दौरान जिला महामंत्री वीरेश त्रिपाठी संतोष शुक्ला जितेंद्र शर्मा(राजू शर्मा) रंजीत भदौरिया ऋषि गुप्ता धीरज बाल्मीकि गौरव द्विवेदी रवि पांडे आदि उपस्थित रहे।

वहीं भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मोती झील चौराहे पर स्थापित श्री मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।
भाजयुमो कानपुर महानगर उत्तर के जिला अध्यक्ष नवाब सिंह की अगुवाई में कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष विधान परिषद सदस्य सलिल विश्नोई ने मुख्य रूप से शामिल हो प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को आज़ाद कराने के लिए प्रारंभ से ही अपने जीवन का एक धेय बनाया नेहरू जी की सरकार में कैबिनेट मंत्री होने के बाद भी कश्मीर को आजाद कराने में लगातार संघर्ष करते रहे उसी संघर्ष में मंत्री पद को भी तिलांजलि दी उनके इस संघर्ष को सच्ची श्रद्धांजलि देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री माननीय अमित शाह जी ने धारा 370 समाप्त कर कश्मीर को भी भारत देश की मुख्यधारा से जोड़ कर दी ।
आभार प्रदर्शन क्षेत्रीय पार्षद नमिता मिश्रा ने किया ।
मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के सह मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी भाजयुमो उत्तर प्रदेश के मंत्री प्रमोद विश्वकर्मा सौरभ तिवारी,नितिन पाल,गोलू बाजपेई,रोहित जायसवाल, रामजी गुप्ता,कौशलेंद्र सिंह  शशांक राजावत,सोनू राठौर,हर्षित श्रीवास्तव,रोहित जैसवाल सचिन दिव्यांशु शर्मा श्याम बाजपेई आदि मौजूद रहे
 अवध की आवाज कानपुर संवाददाता इरशाद अहमद के साथ प्रेम सिंह पारस      

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