कानपुर। मंगलवार को आज कानपुर महानगर में भारतीय जनसंघ के संस्थापक, शिक्षाविद् और चिन्तक डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर आज जिला अध्यक्ष सुनील बजाज के नेतृत्व में मोती झील स्थित उनकी प्रतिमा पर कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने माला पहनाकर उनका पुष्पार्चन किया एवं उनके द्वारा देश के लिए दिए गए योगदान को याद कर उन्हें नमन किया।
उनकी जीवन के बारे में विस्तार से बताते हुए जिला अध्यक्ष सुनील बजाज ने कहा कि श्यामा प्रसाद जी ने समय रहते देश को कई हिस्सों में विभाजित होने से बचाया जिसमें बंगाल और पंजाब भी शामिल है उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद जी ने भारत को एकजुट होने का काम किया है। डा. श्यामा प्रसाद ने नारा दिया था कि एक देश में दो विधान, दो संविधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे और पूरे देश को एक बनाए रखा, हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी धारा 370 को खत्म करके देश को संपूर्ण एकीकृत होने में अपना योगदान दिया एवं उनके सपनों को साकार किया।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले, जनसंघ के संस्थापक आदरणीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।‘
डॉ. मुखर्जी जी के आदर्श, मूल्य व सिद्धांत हम सभी के लिए मार्गदर्शक व प्रेरणादायी हैं। मानवता के सच्चे उपासक तथा सिद्धान्तवादी व्यक्तित्व के धनी स्वर्गीय मुखर्जी मानव मात्र की सेवा को ही ईश्वर की सेवा मानते थे। उन्होंने आजीवन राष्ट्र हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया तथा अपने अलौकिक विचारों से देशवासियों को एकजुट रहने की सीख दी।‘
पुष्पा अर्चन के पश्चात वहां उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी अमर रहे, एक देश एक विधान जिंदाबाद आदि के नारे लगाए।
आज इस दौरान जिला महामंत्री वीरेश त्रिपाठी संतोष शुक्ला जितेंद्र शर्मा( राजू शर्मा ) रिचा सक्सेना रिषी गुप्ता रवि पांडे गौरव द्विवेदी आनंद द्विवेदी हेमू शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
कानपुर संवाददाता इरशाद अहमद के संग प्रेम सिंह पारस