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जहरीली गैस से अचेत दो सफाई कर्मियों की मौत

सफाई के लिए उतरे थे चैंबर में जहरीली गैस से हो गये अचेत, डूबने से हुई मौत
कानपुर नगर | एक घटना में थाना बाबूपुरवा क्षेत्र के अजीतगंज इलाके में सफाई के लिए चेंबर में उतरे दो मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर मूक्र्षित हो गये और उनकी डूबकर मौत हो गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनो मजदूरों को मशक्कत के बाद बाहर निकाला और हैलट भेजा, जहां डाक्अरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद विभागों में हडकंप मच गया। पुलिस की माने तो बाबूपुरवा क्षेत्र के अजीतगंज में सीवर भराव की शिकायत काफी दिनों से थी। शिकायत के आधार पर बुधवार की सुबह तडके लगभग तीन बजे गाडी से सफाईकर्मी चेंबर की सफाई करने के लिए पहुंचे। बताया जाता है कि पहले 23 वर्षीय सफाई कर्मी कल्ली जो ई ब्लाक बर्रा का रहने वाला था वह चेम्बर में उतरा। जहरीली गैस की चपेट में आकर वह बेहोश होकर चेम्बर में डूबने लगा वहीं उसे देख गुजैनी निवासी 22 वर्षीय गोविंद भी शोर मचाते हुए चैंबर में उतर गया और वह भी जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गया तथा डूब गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार दोनो कर्मियों केा चैंबर से बाहर निकलवाया। मुख्य बात यह रही कि गाडी के साथ आये सुपरवाइजर तथा अन्य कर्मी मौके से फरार हो गये। उन्होने यह भी जानने की कोशिश नही की कि चैंबर में उतरे कर्मियों का क्या हुआ। पुलिस ने तत्काल दोना कर्मियों को हैलट भेजा जहां डाक्टरो ने परीक्षण के बाद दोनो को मृत घोषित कर दिया। वहीं घटना की जानकारी होते ही जलकल और जगनिगल के विभागों मे अफसरो के खलबली मच गया। खबर लिखने तक यह पता नही चल सका है कि सफाई का कार्य किसा विभाग द्वारा कराया जा रहा था जलकल महाप्रबंध संजय सिन्हा का तो साफ कहना है कि विभाग द्वारा सफाई नही करायी जा रही थी यह नमामि गंगे के तहत काम चल रहा होगा।कई घटनाओं के बाद भी बरती जा रही लापरवाही | कानपुर में पहले भी चैंबर सफाई में सफाई कर्मियों के बेहोश होने की घटनाये हुई है बावजूद इसके सम्बन्धित विभाग व अधिकारियों ने इसपर कोई ध्यान नही दिया जैसे इन्सानी जिन्दगी की इनकी नजर में कोई कीमत न हो। लगातार सीवर चैंबर की सफाई में मानको को ताक पर रखा जा रहा है। न तो सफाई कर्मियों को मास्क मुहैया है न सुरक्षा बेल्ट और यदि यह दोनो चीजे कर्मियों के पास होती तो उनकी जान न जाती। कर्मियों ने चैंबर की गैस की जानकारी नही की, मौके पर कोई जिम्मेदार अधिकारी नही था, क्योंकि यदि होता तो हादसे के बाद वहां मौजूद रहता।

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