कानपुर नगर | बीआईसी की तीन सूती मिले, एल्गिन मिल नं0 1,2 व कानपुर टेक्सटाइल्स लि0 का अधिग्रहण वर्ष 1981 में भारत सरकार ने मजदूरों को रोजगार गारंटी की घोषणा के साथ किया गया था, परन्तु इन मिलों का उत्पादन वर्ष 1992 से बंद हो गया और वर्ष 1997 से इन मिलों में बीआरएस लागू कर दिया गया।
यह बात वीआईपी रोड स्थित एल्गिनमिल 1 के गेट पर लगातार 14 वर्षा से धरना प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कही। इस अवसर पर कानपुर ट्रेड यूनियन काउन्सिल कानपुर के मंत्री मो0 समी ने बताया कि मिल न चल सकने की स्थित देखकर मिल के मजदूरों ने बीएसएस ले लिया।ठेकेदारों के कर्मचारियों को जो ठेका श्रमिक कहलाते थे व जिन्हे मिल में ट्रेनी कहा जाता था उन्हे भी बीएसएस दिया गया, लेकिन 10 से 15 वर्षा तक मिल में विभिन्न विभागो में कार्य करने वाले अस्थाई श्रमिकों को आनुतोषिक का भी लाभ नही दिया गया, जबकि पांच वर्षो से अधिक कार्य करने वाले इसके पात्र होते है। मांग करते हुए कहा कि मजदूर हित में ठेका व मिल ट्रेनी कर्मचारियों की भांति अस्थाई श्रमिकों को भी बीएसएसदिया जाये। प्रदर्शन के दौरान मो0 समी, बिन्दा प्रसाद, प्रदीप साहू, राम आसरे, राज बहादुर, दुर्गा प्रसाद, कमरूददीन आसदि सैकडो श्रमिक मौजूद रहे।