कानपुर। यूपी के महोबा जिले में सहपाठी की छेड़छाड़ से क्षुब्ध होकर छात्रा ने गुरुवार रात अपने कमरे में लट्ठे से रस्सी बांधकर फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह चाचा ने शव लटका देखा तो उनके होश उड़ गए। मौके से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। पनवाड़ी के मोहल्ला कोटपुरा (मूसा का कुआं) निवासी घनश्याम अपनी पत्नी के साथ पंजाब में मजदूरी करता है। उसकी बेटी ज्योति (15) नेहरू इंटर कॉलेज पनवाड़ी की कक्षा 9 की छात्रा है। ज्योति अपने भाई हरिश्चंद्र के साथ घर में रहती थी। इसी कॉलेज में ज्योति के साथ ही पढ़ने वाला राहुल यादव निवासी ग्राम लोधीपुरा पनवाड़ी उसे परेशान करता था, इसकी शिकायत ज्योति ने माता-पिता से की थी। माता-पिता ने राहुल के घर चार माह पहले उलाहना दिया था। इस पर राहुल के परिजन गलती की माफी मांगकर चले गए थे। बेटी को परेशान करने की सूचना पर उसके पिता घनश्याम ने उसका स्कूल जाना बंद करा दिया था। ज्योति घर पर रहकर ही पढ़ाई करती थी।
माता-पिता के बाहर रहने और गुरुवार को भाई हरिश्चंद्र के एक बरात में चले जाने के कारण ज्योति कमरे में दुपट्टे से फांसी लगाकर झूल गई, इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। भाई की तहरीर पर थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा बरामद किए गए सुसाइड नोट में लिखा है, ‘भाई मुझे माफ कर देना और पिताजी से भी कह देना, जो मेरे साथ हुआ है वो मैं नहीं बता सकती, न कुछ। वरना तुम मुझे ही गलत समझोगे।’