डाक्टरो की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द कानून बनाने की मांग
कानपुर नगर | पंजाब बंगाल में घटित नीलरतन सरकार मेडिकल कालेज कलकत्ता में कार्यरत डा0 परिभह मुखोपाध्याय की हिंसक भीड द्वारा निर्मम हत्या का प्रयास एवं गंभीर चोटो के साथ मृत्यु से संघर्ष कर रहे चिकित्सकों के समर्थन में आईएमए द्वारा एक दिवसीय हडताल की गयी। आईएमए कानपुर की अध्यख डा0 अर्चना भदौरिया ने बताया कि यह हडताल चिकित्सकों के साथ हुई मारपीट एवं हिंसक घटनाओ के विरोध में की जा रही है जो सोमवार सुबह 6 बजे से 18 जून सुबह 6 बजे तक की जा रही है। उन्होने कहा सम्पूर्ण देश में चिकित्सा सेवाये ठप रहेगी फिलहाल आकस्मिक सेवायें जारी रहेगी साथ ही सभी संस्थाओं से निवेदन किया कि वह अपना पूर्ण सहयोग करे। डा0 अवधेश दुबे ने कहा कि उनकी मांग है कि चिकितसकों की सभी विधि सम्मत मांगों को बिना शर्त मंजूर करे। चिकित्सालयों में सुरक्षा सुनिश्चित की जाये। सचिव डा0 बृजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि आईएमए सरकार से कहा राष्ट्रीय स्तर पर एक कानून चिकित्सा संस्थानों पर हिंसा पर बनाया जाये व डाक्टरो को सुरक्षा प्रदान की जाये। कहा तोड-फोड व मारपीट करने वाले कल्पिट्स को कम से कम 7 वर्ष की सजा का प्रावधान रखा जाये ताकि भविष्य में लोग इस प्रकार का कार्य करन की हिम्मत न कर सके। संस्था द्वारा जीरो टालरेन्स नीति अपनायी जायेगी। विश्व मेडिकल एसो0 ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। कहा यह कानून जल्द से जल्द बनाया जाये, जब चिकित्सक खुद ही असुरक्षित होता तो सेवा सुरक्षा कैसे करेगा। इस दौरान डा0 अवध दुबे, डा0 निहलानी, डा रीता मित्तल, डा0 ऐसी अग्रवाल, डा0 बीसी रस्तोगी आदि शहर के जाने-माने चिकित्सक उपस्थित रहे।