हरदोई | शहर के मैदानों-चैराहों पर ही नहीं यहां के गली-मोहल्लों में भी रावण मारा गया। बुराई के प्रतीक रावण का वध करने के लिए छोटे-छोटे बच्चे उत्साह की पहली कतार में नजर आए। कई मोहल्लों की गलियों में बच्चों ने रावण को आग के हवाले कर दिया। दशहरा के पर्व पर पूरा शहर बुराई पर अच्छाई की जीत के जश्न में शामिल हुआ।
शनिवार को दशहरा का त्योहार पूरे जिले में धूमधाम से मनाया गया। नुमाइश मैदान, बाबा नागेश्वर नाथ मंदिर मैदान समेत शहर के कई गली-मोहल्लों में भी रावण दहन किया गया। यहां शुक्रवार से ही रावण वध की तैयारियां चल रही थीं। छोटे-छोटे बच्चे भी दशहरा के सेलीब्रेशन में जुटे थे। स्कूलों में रामनवमी की छुट्टी का पूरा इस्तेमाल दशहरा के सेलीबे्रशन में किया गया। बच्चे देर रात तक बाहुबली दशानन लंकापति रावण की आकृति सजाने मेे लगे रहे। बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रावण दहन के इस कार्यक्रम में बड़ों ने भी बच्चों का पूरा साथ दिया। शनिवार की शाम को अपने बाल रूप से राम अवतार में आए बच्चों ने दशानन का दहन का बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया। भ्रष्टाचार, प्रदूषण, आतंकवाद, बेरोजगारी, बालश्रम, हिंसा, दहेज, गरीबी, जातिवाद व अपराध कलियुग के दशानन के रूप हैं। इन्हीं रूपों में दशानन अब लोगों के बीच रहता है। इस दशहरा पर रावण के सांकेतिक वध के साथ उसके इन रूपों को भी मिटाने का संकल्प लिया गया।