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भैंस वधशाला को गऊशाला में परिवर्तित करने का भारी विरोध

हरिओम
कानपुर नगर | बकरमण्डी ढाल स्थित भैंस की वधशाला को गऊशाला में परिवर्तित करने पर जमीअतुल कुरैशी गरीब नवाज के सदस्यों ने जोरदार विरोधक करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। प्रदर्शन के दौरान सस्था के हाजी दिलशाद अहमद कुरैशी ने बताया कि कुरैशी समाज के लोग पुश्तैनी रूप से मास व्यापार से जुडे है और यह व्यापार लगभग एक लाख लोगो की जीविका चलाता है। हाजी दिलशाद का कहना है कि उनके बुजुर्गो ने आजादी से पहले मुस्लिम कब्रिस्तान तकिया परी छेदीशा के एक आराजी पर भैंस के मांव का वयवसाय करने हेतु नाले के पास एक भैंस वधशाला बनायी थी, वहां अभी की व्यवसाय हो रहा था।। बताया सन् 1958 में इस जगह को सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में दर्ज करा दिया लेकिन वर्तमान सरकार ने पर्यावरण विभाग की आपत्ति के कारण इस सलाटर हाउस को बंद कराया दिया, जिसके खिलाफ कुरैशी समजा ने हाईकोट में रिट दाखिल की जो विचाराधीन है। कहा जिला प्रशासन ने अगली व्यवस्था होने तक शहर में मांस आपूर्ति उन्नाव की वधशालाओं से मांस लाकर व दो अन्य स्थानों सहित मुसिलम कब्रिस्तान कर्नलगंज सलाटर हाउस में मांस वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की लेकिन अब वहां गऊशाला का निर्माण होने जा रहा है जिसका विरोध स्वाभाविक एवं न्यायोचित है। कहा वक्फ सम्पत्ति पर गऊशाला का निर्माण सरकार का अल्पसंख्यको के प्रति भेदभाव जाहिर करता है और ऐसे में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगडने का भी खतरा पैदा हो जायगा। इस अवसर पर हाजी दिलशाद आहमद कुरैशी, मो0 इरफान, इजहार अहमद, सुहेल अख्तर, मो0 साबिर, नफीस, अतीक, आसिफ, जियाउल हक, इम्तियाज कुरैशी आदि मौजूद रहे।

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