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मंदिर निर्माण के 200 पत्थरों की पहले खेप पहुंची अयोध्या, दिसम्बर 2023 तक होगा पूरा

राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य में आई तेजी आने के साथ मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान में तरासे जा रहे पत्थरों को भी पहुंचाया जा रहा है 

अयोध्या । राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। मंदिर के फर्श को तैयार करने में लिए प्लिंथ के लेयर को बनाया जा रहा है। तो वहीं राम मंदिर निर्माण के भूतल पर लगाने वाले राजस्थान में तरासे गए पत्थर अब अयोध्या पहुंचने लगी है। और 200 पत्थरों की पहली खेप राम जन्मभूमि परिसर पहुंच गया है।

लकड़ी के कवच में राजस्थान से अयोध्या तक सुरक्षित पहुंच रहा पत्थर

राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान में पत्थरों की तरासी का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए चार कार्यशालाएं चलाई जा रही है। जहां से सुंदर व प्राचीन आकृति की नक्काशी किये जाने के बाद पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर में लाया जा रहा है। जो राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण में लगेगा। लेकिन इन पत्थरों को सुरक्षित लाने के लिए पैकिंग पीपी से लपेटे जाने के बाद लकड़ी के बॉक्स में पैक किया गया है। जिसे सुरक्षित रखे जाने के बाद 5 ट्रकों की पहली खेप लेकर राम जन्मभूमि परिसर पहुंच गया है।

57400 स्कवायर फुट में बन कर तैयार होगा मंदिर

अयोध्या में विश्व की सबसे सुंदर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह मंदिर निर्माण का परिसर कुल 2.7 एकड़ यानी 57400 स्कवायर फुट में 3 मंजिल का होगा। मंदिर की लंबाई 360 फुट चौड़ाई 235 फुट व ऊंचाई 161 फुट रखा गया है। जिसके प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फुट होगा। और भूतल में 160 स्तंभ, प्रथम तल में 132 व दूसरे तल में 74 स्तम्भों लगाया जाएगा। पूरे मंदिर परिसर के गर्भगृह, मंडप रंग मंडप, नृत्य के मंडप सहित कुल 5 मंडप होंगे। और इसके आगे सिंहद्वार का निर्माण होगा।

दिसंबर 2023 तक मंदिर निर्माण को तैयार का लक्ष्य

ट्रकों के माध्यम से पत्थरों को लेकर पहुंचे अयोध्या पहुंचे ट्रक ड्राइवर पवन कुमार के मुताबिक मंदिर के द्वार पर लगाए जाने वाले यह पत्थर लाए गए हैं। राजस्थान से इसे अयोध्या लाने तक तीन से चार दिन लगे हैं। हर एक गाड़ी में 40 पत्थरों के ब्लाक रखे हुए हैं। जिसे हम लोग सुरक्षित लेकर आये हुए हैं। 
वहीं ट्रस्ट की माने तो दिसम्बर 2023 तक मंदिर में श्री रामलला को विराजमान कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसको लेकर मंदिर निर्माण के लिए तैयारी शुरू कर दी है। कहा कि प्लिंथ निर्माण होने तक पत्थरों की आपूर्ति को पूरा कर लिया जाएगा। जिससे कार्य प्रारम्भ होने के बाद पत्थरों का इंतजार न करना पड़े।

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