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अयोध्या महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम की आड़ में व्यावसायिक आयोजन

अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या | शहर के जीआईसी खेल मैदान पर आयोजित किया गया अयोध्या महोत्सव सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आड़ में एक व्यवसायिक आयोजन है। यह कार्यक्रम उच्च न्यायालय के निर्देशों की धज्जियां उड़ा कर आयोजित किया गया है। आयोजन को लेकर 4 सदस्यो की जांच समिति घोषित करने के बावजूद ठंडे बस्ते में पड़ी प्रशासनिक कार्यवाही और आयोजन का अनवरत संचालन आयोजन समिति तथा जिला प्रशासन की सांठगांठ का स्पष्ट संकेत है। बृजेन्द्र दूबे ने कहा कि इसे लेकर अवमानना मामले में अब माननीय उच्च न्यायालय की शरण ली जाएगी। गुरुवार को यह जानकारी जीआईसी मैदान में उच्च न्यायालय के एक आदेश के क्रम में अयोध्या महोत्सव के आयोजन पर रोक लगाने की मांग को लेकर उच्च न्यायालय गए स्काउट गाइड काउंसलर व सामाजिक कार्यकर्ता बृजेंद्र दुबे ने दी। वह इस पूरे मामले की वास्तविकता और मामले में जिला प्रशासन की कथित सक्रियता को साबित करने के मकसद से पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री दुबे ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज बस्ती के खेल मैदान में व्यवसायिक गतिविधि तथा मेला आदि के संचालन पर रोक के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ द्वारा वर्ष 2015 में रोक लगाने के संबंध में एक आदेश पारित किया गया था। जनपद अयोध्या के जीआईसी विद्यालय के खेल मैदान में अयोध्या महोत्सव के आयोजन पर रोक लगाए जाने को लेकर इसी आदेश के क्रम में जिला प्रशासन से प्रार्थना की गई थी तथा जिला प्रशासन द्वारा रोक न लगाने पर माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ में एक याचिका योजित की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए माननीय उच्च न्यायालय द्वारा दिनांक 27/12/2018 को जिलाधिकारी अयोध्या को प्रकरण देखने का निर्देश दिया गया था। इस निर्देश की प्रति दिनांक 27/12/2018 को प्रार्थना पत्र के माध्यम से प्रभारी जिलाधिकारी महोदय को जनता दरबार में प्राप्त करा दी गई थी। जिसके बाद शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराए गए प्रपत्रो के अनुसार इस निर्देश के प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी महोदय द्वारा चार सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई जिसमें नगर मजिस्ट्रेट, जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक तथा वाणिज्य कर उपायुक्त शामिल थे का गठन किया गया था। कमेटी द्वारा मौके पर जाकर जांच की गई तथा 27 12 2018 को ही बिंदुवार आख्या जिलाधिकारी महोदय को दे दी गई। जांच रिपोर्ट में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व में पारित विभिन्न आदेशों एवं प्रश्नगत रिट याचिका में पारित आदेश दिनांक 26/12/2018 तथा इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर निर्गत विभिन्न शासनादेश एवं निर्देशों के आलोक में वर्तमान प्रकरण के संदर्भ में, जिला प्रशासन एवं प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज अयोध्या द्वारा जिन शर्तों /प्रतिबंधों के साथ अनुमति प्रदान की गई है उनके पालन की स्थिति, राजकीय इंटर कॉलेज अयोध्या में अयोध्या महोत्सव के आयोजन से सामान्य शैक्षणिक एवं खेलकूद की गतिविधियों पर पड़ने वाला प्रभाव, अयोध्या महोत्सव की जो गतिविधियां है वे सांस्कृतिक गतिविधियां ही है अथवा इसके अतिरिक्त अन्य कोई गतिविधियां है, अयोध्या महोत्सव में जो दुकाने दी गई हैं उनका कोई वाणिज्य कर अथवा व्यवसायीकरण तो नहीं हो रहा है, तथा इसके अतिरिक्त माननीय उच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों एवं शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन हो रहा है अथवा नहीं बिंदु पर जांच कर अपनी रिपोर्ट दी गई हैं। उक्त सभी बिंदुओं पर कमेटी द्वारा जो रिपोर्ट दी गई है वह महोत्सव के आयोजन का नियम संगत ना होना सिद्ध करती है।इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा अयोध्या महोत्सव के संचालन पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई जा रही है जो सरेआम माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन है। श्री दुबे ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी महोदय द्वारा बुधवार की शाम मुझेे बुलाया गया था तथा माननीय न्यायालय केेे निर्देश का यथासंभव अनुपालन कराने के संबंध में वार्ता की गई। जिलाधिकारी महोदय ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद नगर मजिस्ट्रेट को प्रभावी कार्यवाही करने का निर्देश दे दिया गया है किंतु उनके द्वारा तात्कालिक रूप से महोत्सव के आयोजन पर रोक लगाने से इंकार कर दिया गया जो नहीं ना कहीं जिला प्रशासन तथा आयोजन समिति के बीच सधी सांठगांठ का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने बताया कि अब इस पूरे मामले को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की जा रही है जिसमें शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन तथा आयोजन समिति को पक्षकार बनाया जाएगा। याचिकाकर्ता श्री बृजेन्द्र दूबे ने बताया कि अयोध्या महोत्सव में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है साथ ही स्कूल के प्रांगण में व्यावसायिककरण किया जा रहा है अयोध्या महोत्सव में प्रति व्यक्ति 300 से 500/ व दुकानों से 1100/ लिया जा रहा है | अयोध्या महोत्सव के संयोजक शैलेन्द्र पाण्डेय “मासूस ” व सामाजिक कार्यकर्ता व स्काउट गाइड ट्रेनर बृजेन्द्र दूबे ने कहा कि हमारा संघर्ष जब तक जारी रहेगा तब तक मैं जी आई जी ग्राउंड में होने वाले अवैध सांस्कृतिक कार्यक्रम को सह देने वालों को न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के लिए सजा न मिल जाए | प्रेस वार्ता में मौजूद मुख्य रुप से संयोजक शैलेन्द्र पाण्डेय “मासूम ” बृजेन्द्र दूबे सामाजिक कार्यकर्ता व स्काउट गाइड ट्रेनर, महोत्सव के अध्यक्ष रोहित ठाकुर, शिवम राय, सहित अन्य लोग मौजूद रहे |

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