Home > अवध क्षेत्र > अयोध्या > अयोध्या के श्री राम चिकित्सालय में मरीज इलाज के लिए दर -दर भटक रहे डॉक्टर नहीं है

अयोध्या के श्री राम चिकित्सालय में मरीज इलाज के लिए दर -दर भटक रहे डॉक्टर नहीं है

अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या (फैजाबाद) | जिला अस्पताल फैजाबाद व श्री राम चिकित्सालय अयोध्या मैं अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर्स ना होने के कारण दोनों चिकित्सालय में कई महीने से मरीजों का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाता है जिसके कारण इलाज में दिक्कतें आती हैं। सब को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था देने की घोषणा करने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस बात पर क्यों नहीं ध्यान देती कि बिना योग्य डॉक्टरों के रोगियों का इलाज कैसे होगा? आवश्यकता इस बात की है कि इन दोनों चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर्स की तत्काल नियुक्ति की जाए , ताकि मरीजों को बाहर के नर्सिंग होम में या अन्य पैथोलॉजी सेंटरों पर जाकर अल्ट्रासाउंड कराना न पड़े, क्योंकि बाहर अल्ट्रासाउंड कराने का शुल्क 700 से लेकर 15 ०० तक लिया जाता है । अयोध्या स्थित राजकीय तुलसी महिला चिकित्सालय में मात्र एक महिला चिकित्सक की नियुक्ति है जो हफ्ते में मात्र 3 दिन बैठती है और शेष दिनों में उनसे अन्यत्र काम लिया जाता है । श्री राम चिकित्सालय में कोई भी महिला डॉक्टर महिलाओं के चिकित्सा के लिए तैनात नहीं है ऐसी स्थिति में अयोध्या शहर पर विशेष ध्यान रखने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी का ध्यान इस दिशा में क्यों नहीं जा रहा है ? यह एक विचारणीय प्रश्न आखिर महिलाओं को इलाज की सुविधा , प्रसव की सुविधा बिना महिला डॉक्टरों के कैसे मिल सकती है? लंबे अरसे से मांग की जा रही है कि राजकीय तुलसी महिला चिकित्सालय में कम से कम 3 महिला डॉक्टर नियुक्त किए जाने चाहिए और उनके आवास की व्यवस्था चिकित्सालय परिसर में ही करना चाहिए ताकि महिलाओं को 24 घंटे प्रसव व अन्य चिकित्सा
सुविधाएं मुहैया हो सके। यहां तक कि श्रीराम चिकित्सालय जो संयुक्त चिकित्सालय है वहां भी महिलाओं के इलाज के हेतु महिला चिकित्सकों की नियुक्ति पिछले 20 वर्ष से नहीं है जबकि वहां लालजी भाई सत्य स्नेही जी ने महिलाओं की चिकित्सा सुविधा के लिए 4000000 लगाकर मारुति प्रसूति गृह का निर्माण कराकर सरकार को समर्पित कर दिया था।उस समय उस समय प्रदेश के राज्यपाल सूरज भान जी थे थे और प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री रमापति शास्त्री जी कैबिनेट में मंत्री थे इसी समय मारुति प्रसूति गृह का उद्घाटन लगभग 20 साल पहले किया गया था तब से आज तक उस प्रसूति गृह में किसी भी महिला डॉक्टर या अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई और प्रसूति गृह को दवाइयों का स्टोर रूम बना कर रख दिया गया है। ऐसी स्थिति में सब को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने का दावा करने वाली योगी सरकार महिलाओं और बच्चों तथा अन्य मरीजों को कैसे बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करा सकती है?मात्र कोरी घोषणाएं करने से जनता का भला होने वाला नहीं है । मुख्यमंत्री जी ध्यान दें और तत्काल अयोध्या में महिला डॉक्टरों की नियुक्ति तथा श्री राम चिकित्सालय व जिला चिकित्सालय फैजाबाद में रिक्त पड़े पदों पर अल्ट्रासाउंड डाक्टर्स की नियुक्ति की जाए जिससे मरीजों को सरकारी फीस देकर कम पैसे में अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *