अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या। 6 दिसंबर को अयोध्या में विवादित ढांचे के ध्वंस की बरसी के मौके पर अपने आश्रम पर आत्मदाह करने की धमकी देने वाले तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास को पुलिस ने उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी की यह कार्रवाई मंगलवार की सुबह अयोध्या पुलिस ने अंजाम दी । जिसके बाद उन्हें अयोध्या कचहरी में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया है। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है । मंगलवार की रात लगभग ढाई बजे अयोध्या कोतवाली की पुलिस ने आश्रम से उठाया,विवादित ढाँचे की ध्वंस की बरसी 6 दिसंबर पर दी थी आत्मदाह देने की धमकी। जिसके चलते प्रशासन यह नहीं समझ पा रहा था कि कैसे समझाया जाए | प्रशासन के सामने कोई बिकल्प न होने के कारण आखिरकार रात में फिर उठवा लिया |
बताते चलें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर परमहंस दास पहले भी 6 दिनों तक आमरण अनशन कर चुके हैं। जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था और विपक्ष ने यूपी की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। वही एक बार फिर से परमहंस दास ने आत्मदाह करने की घोषणा कर योगी सरकार के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी थी।लेकिन प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में विवादित ढांचे के ध्वंस की बरसी के पहले ही परमहंस दास को हिरासत में ले लिया है जिससे कोई नया बवाल ना खड़ा हो। सोमवार को भी हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय से लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और अयोध्या कचहरी के सीजेएम कोर्ट में उन्हें पेश कर उन्हें भी जेल की राह दिखा दी गई थी। कमलेश तिवारी ने भी 6 दिसंबर को अयोध्या में विवादित परिसर में घुसने की धमकी दी थी। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार के निर्देश पर कमेलश तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है |
अब देखना यह है कि क्या न्यायिक हिरासत से रिहा होने के बाद कमलेश तिवारी व परमहंस दास जी चुप बैठेगे या फिर कोई दूसरा प्लान होगा, क्योंकि दोनों लोगों को अपने मिशन में कामयाबी नहीं मिला जिससे तिलमिलाकर कोई अौर कदम उठाने की सोच सकते हैं फिलहाल प्रशासन का मामला है उसी को देखना है |