लखीमपुर खीरी। बेलरायां सरजू सहकारी चीनी मिल प्रशासनिक कमी नही तो आखिर क्या कहेंगे कि चीनी मिल बेलरायां छःमाह रिपेयर होने के बाद छः घण्टे नही चली 24 नवम्बर को नवीन पेराई सत्र का आगाज हुआ था।लेकिन मिल अभी तक छः घण्टे भी नहीं चल पाई है मिल में खराबी के चलते बन्द हो गई।
इलाके की लाइफ लाइन कही जाने वाली सरजू सहकारी चीनी मिल पर ऐसा ग्रहण लगा कि मिल घाटे से उबरने का नाम नही ले रही है।मिल अगर सुचारू रूप से चले तो शायद मिल घाटे से भी उभर सके लेकिन मिल के चीफ इंजीनियर वीरेन्द्र कुमार की कार्य शैली मिल के प्रति पहले से ही काफी चर्चित थी गत वर्ष भी मिल से जुड़े गन्ना किसानों में काफी चीफ इंजीनियर को लेकर काफी आक्रोश था और किसानों को जिस बात की चिंता थी वही सामने आया कि मिल का उद्घाटन तो कारखाना प्रबंधक ने ये कहकर करवा दिया कि मिल पूरी तरह तैयार है जबकि मिल सूत्रों के मुताबिक मिल में अभी रिपेयरिंग का कार्य बाकी है। किसानों के आक्रोश को देखते हुए कारखाना प्रबन्धक वीरेन्द्र कुमार ने मिल को चालू किया लेकिन कुछ ही देर बाद मालूम हुआ कि बॉयलर का फीड पम्प खराब हो गया। किसानों में खबर फैलते ही तीन दिन से गन्ना लेकर आये किसान आक्रोशित होते हुए कारखाना प्रबन्धक से तीखी नोकझोंक हुई सूचना मिलने पर पहुंचे मिल के पूर्व उपाध्यक्ष अमनदीप भी कारखाना प्रबन्धक की बात से सहमत न होते हुए कहा कि छःमाह से मिल रिपेयर होने के बाद छः घण्टे मिल न चल पाई ये बहुत ही चिंता का विषय है श्री सिंह ने बताया कि कारखाना वीरेन्द्र कुमार ने दो दिन का चीनी मिल चलाने के लिए समय मांगा है जिससे गन्ना किसानों में आक्रोश की लहर साफ देखी जा रही है।