लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी में पड़ती फूट और बड़े नेताओं के पलायन करने के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती के निर्देश पर पार्टी से निष्काषित कद्दावर मुस्लिम नेता तथा पूर्व मंत्री अनीस अहमद खान उर्फ फूल बाबू को पुन: बसपा में शामिल कर लिया है । गौरतलब है कि बसपा से निकाले गये बड़े मुस्लिम नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी पार्टी से बाहर किये जाने के बाद लगातार अॉडियों टेप के माध्यम से सीधे मायावती पर प्रहार कर रहे है जिससे बचने और मुसलमानों में अपनी पैठ जाने के लिये ये कदम उठाया गया है । शनिवार को राजधानी के एक होटल में पत्रकारों से बात करते हुए फूल बाबू ने पार्टी से निष्काषित होने का ठीकरा नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर फोंडते हुए कहा कि पहले तो मैं बहनजी को धन्यवाद देता हूं और ये बताना चाहता हूं कि मुझें नसीमुद्दीन ने झूठे आरोप लगा कर पार्टी से निष्काषित करवाया था । उन्होनें कहा कि नसीमुद्दीन जानते थे कि मुस्लिम समाज के हितों को साधने में मैं उनका राह का रोड़ा था इसीलिये उन्होनें मुझें पार्टी से निकलवा दिया । फूल बाबू ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बेटे अफजल पर सीधा आरोप लगातें हुए कहा कि दो साल पहले जब मैं मुरादाबाद में नसीमुद्दीन का कच्चा चिठ्ठा खोलने जा रहा था तब अफजल ने 200 गुंडों के साथ मुझ पर हमला बोलतें हुए मेरी प्रेस वार्ता को नाकामयाब कर दिया था । बसपा से निकाले जाने के बाद नसीमुद्दीन सुरक्षा की मांग कर रहे है जबकि सुरक्षा की आवश्यकता मुझें है क्योकिं मैनें बार बार नसीमुद्दीन सिद्दीकी के चेहरे को बेनकाब करने का काम किया है । बसपा के भविष्य पर बोलतें हुए फूल बाबू ने कहा कि अब दुबारा प्रदेश का मुस्लिम पार्टी से जुड़ कर नयी ऊंचाई हासिल करने का काम करेगा और बहनजी अपने मिशन में कामयाब होंगी । नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर और हमले बोलतें हुए कहा कि सन् 2007 में मैं बहनजी की तरफ से अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाने गया था तब भी उन्होनें मुझ पर चादर का पैसा न देने जैसा घिनौना आरोप लगाया था । वार्ता के दौरान अनेकों लोगों को फूल बाबू ने बसपा की सदस्यता ग्रहण करवायी ।
Home > स्थानीय समाचार > नसीमुद्दीन ने मुझें बसपा से निकलवाया था, 2019 में पार्टी का वर्चस्व नज़र आयेगा : फूल बाबू