औलेमा तीन तलाक पर दबाव के चलते सामने नहीं आ रहे है
रंजीव ठाकुर
लखनऊ । शनिवार को प्रेस क्लब में तीन तलाक पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । वार्ता में सूफी मौलाना सैय्यद हसनैन बक़ाई नाऐब सज्जादा नशीन ख़ानक़ाह बकाईया सफीपुर ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस्लाम शरीयत में एक बार एक बैठक मे तलाक तलाक तलाक कहने से तलाक नही होता। लेकिन फिर भी कुछ मौलाना और मौलवी अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए इस मुद्दे को विवादित बना रहे है और साथ ही मुसलमान कौम को गुमराह कर रहे है। मुस्लिम तंजीमें जो सऊदी अरब के दान किये हुए पैसों पर चल रही है वह अपने आपको मुसलमानों का ठेकेदार समझने लगी है । ऐसी ही एक संस्था अॉल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड है जिसके कारण मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होनें कहा कि इस्लाम में महिलाओं को बराबरी का हक दिया गया है। वार्ता में आये मौलाना ने कहा कि कुछ मौलवी पैसो की लालच में अनाप शनाप फ़तवे देकर इस्लाम को बदनाम करने की साजिश कर रहे है जिससे कि मुसलमानों को होशियार रहने की जरूरत है।
मिंया सज्जाद नसीन ख़ानक़ाह कहरिमिया ने कहा की मैं अनुरोध करना चाहता हूं उन ओलेमा से जो इस तीन तलाक के खिलाफ है मगर किसी दबाव की वजह से सामने नही आ रहे। वार्ता में मौलाना सैयद हसनैन बक़ाई नाएब सज्जादा नसीन ख़ानक़ाह आदि लोग मौजूद रहे।