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सत्ता में वापसी के लिए निकाली गई साइकिल यात्रा

पूरे प्रदेश भर में निकाली गई साइकिल रैली
उत्तर प्रदेश को सपा सरकार ही विकास की नई दिशा देगी : प्रबल प्रताप सिंह
माधौगढ़, जालौन। समाजवादी पार्टी ने साइकिल रैली निकाली जिसमे सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर शोर हैं कि अगली सरकार सपा की ही होगी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. एक बार फिर समाजवादी पार्टी साइकिल यात्रा के जरिए यूपी के सिंहासन पर काबिज होने की तैयारी कर रही है माधौगढ़ में साइकिल यात्रा करीब 250 साइकिलों द्वारा रैली निकाली गई जिसमे सुल्तानपुरा से माधौगढ़ गांधी चबूतरा और इसके साथ गोहन बसस्टैंड तक रैली निकाली गई जिसमें कार्यक्रम संयोजक प्रबल प्रताप सिंह ने कहा कि अब 2022 में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगे और साथ ही किसानों के भाजपा सरकार झूठे बादे कर रही है और साथ ही प्रदेश में विकास की गति का चक्का जाम हो गया जब सपा की सरकार बनेगी तो विकास बहुत तेजी से होगा यह सरकार ने आज तक न सिर्फ किसानों को ठगा बल्कि मजदूर वर्ग के लोगो को भी नही छोड़ा दूसरी ओर महगाई की बात की जाए तो भाजपा सरकार ने जो वादे किए उससे मुकर गई महगाई इतनी बड़ा दी कि साग सब्जी के साथ पेट्रोल गैस डीजल के दाम आज आसमान छू रहे क्या इसी को विकास कहते हैं तो हम लोगो को ऐसा विकास नही चाहिए सत्यपाल सिंह ने कहा कि आज ही दिन पार्टी के कद्दावर नेता रहे जनेश्वर मिश्र की जयंती होती है. इसीलिए सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी ने आज ही दिन से पूरे प्रदेश में साइकिल यात्रा की शुरुआत की साथ ही साथ आज समाजवादी पार्टी का प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन भी बलिया से शुरू हो रहा है. बलिया 1857 की क्रांति के जनक मंगल पांडे की धरती है, वहीं जनेश्वर मिश्र का भी जन्म हुआ और इसीलिए पार्टी की तैयारी है कि प्रबुद्ध वर्ग का सम्मेलन उसी धरती से किया जाए समाजवादी पार्टी ने साइकिल यात्रा की तैयारी जोर शोर से की है जहां वह खुद साइकिल चलाएंगे और उनके पीछे पार्टी के कार्यकर्ता साइकिल का रैली निकालेंगे. इसके जरिए समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया जाए. बात चाहे बेरोजगारी की हो, किसानों की हो, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की हो या फिर आजम खान का लंबे समय से जेल में रखने की हैं आज साइकिल यात्रा करीब ग्यारह किलोमीटर तक की साइकिल यात्रा निकाली गई दरअसल, 2012 में जब समाजवादी पार्टी सत्ता पर काबिज हुई उसमें भी अखिलेश यादव ने जो साइकिल यात्रा निकाली थी उसकी बड़ी भूमिका रही है. खुद अखिलेश यादव साइकिल यात्रा को अपनी पार्टी और खुद के लिए लकी मानते हैं, इसीलिए एक बार फिर इस साइकिल यात्रा के जरिए कोशिश है कि 2022 में यूपी की सत्ता पर काबिज हुआ जाए और पार्टी के हर पोस्टर में आपको यह स्लोगन भी नजर आएगा कि 22 में बाइसिकल. पार्टी के एमएलसी उदयवीर सिंह का साफ तौर पर कहना है कि इस साइकिल यात्रा के जरिए सरकार की जो जनविरोधी नीतियां हैं उसे जनता तक पहुंचाने का काम पार्टी करेगी. वहीं कल से शुरू हो रहे प्रबुद्व सम्मेलन पर उनका कहना है कि पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर हमेशा से चलती रही है
साइकिल यात्रा निकालकर बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं समाजवादी पार्टी की शुरू हुई साइकिल यात्रा पर बीजेपी पर निशाना साधा है एक तरफ जहां साइकिल यात्रा के जरिए समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि जनता के बीच सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर जाया जाए. तो वहीं प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए कोशिश है कि कैसे ब्राह्मण समाज को पार्टी से जोड़ा जाए. दरअसल, उत्तर प्रदेश में जब से बीएसपी ने ब्राह्मणों को साथ जोड़ने के लिए संगोष्ठी शुरू की उसके बाद से ही ब्राह्मणों को साथ लाने की सभी पार्टियों में होड़ सी मच गई है. अब समाजवादी पार्टी भी इस होड़ में पीछे नहीं रहना चाहती यात्रा में सुरेंद्र कुशवाहा, गेंदालाल कर्ण, सुवालाल पाल, रामवली पाल, रुद्रपाल यादव, मानवेन्द्र यादव, मोनू यादव, सोनू तोमर, तेज सिंह। भदौरिया, मोनू यागिक, जावेद मंसूरी,इकवाल मंसूरी, शिवकुमार बरार, सतेंद्र दोहरे, सुनील दोहरे, शैलेंद्र दोहरे, धीरेन्द्र सिंह, रघुवर सिंह, अनिल सिंह, सुखराम सिंह तोमर, पुष्पेंद्र सिंह, पिंटू यादव, अनुपम गुर्जर, छोटे सिंह, अंकित सिरसा, सुरेंद्र कुशवाहा कुटरा, मूलचरन प्रजापति अडयाई, शिवम सिंह, संजय रूरा, गुड्डू रूरा, रविन्द्र प्रजापति, रजा खान, राघवेंद्र सिंह, राजू चिरा और भी लोगो साइकिल यात्रा में बढ़चढ़कर भाग लिया

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