माधौगढ़, उरई। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सिहारी गांव में ग्रामीणों के बीच केसीसी नवीनीकरण कैंप व ऋण योजनाओं की जानकारी से संबंधित शिविर लगाया गया। जिसमें ग्राहकों को बैंक की योजनाओं व ऋण संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई गई।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय कार्यालय से आए मुख्य प्रबंधक अभिमन्यु ने उपस्थित ग्रामीणों को बताया कि बैंक अब ग्राहकों के दरवाजे पर जाकर उन्हें तमाम योजनाएं बताकर लाभान्वित करती है। जबकि पहले समाज के शीर्ष लोगों तक ही बैंक सीमित हुआ करती थी। पर आज समय बदला तो बैंक प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बदलना चाहती है। जिसका ही कारण है कि बैंक किसानों और समाज के तमाम लोगों को कई प्रकार के ऋणों की सहूलियत उपलब्ध कराती है। किसानों के लिए केसीसी लोन, पशु डेयरी लोन, मुद्रा डेरी लोन आदि किफायती ब्याज दरों पर उपलब्ध है। इसके अलावा किसानों के लिए गोल्ड लोन भी बहुत कम ब्याज दरों पर दिया जाता है। किसान परेशानी में अपने गोल्ड को लोकल सुनार के यहां ज्यादा ब्याज देकर पैसे लेता है। जबकि बैंक का ब्याज बहुत कम होता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बैंकों में अब पारदर्शिता से काम होने लगा है। इसलिए किसान कभी भी दलालों के चक्कर न लगाएं और बैंक आकर सीधे एफओ और मैनेजर के माध्यम से अपने ऋण की बात करें। प्रबंधक अजय यादव ने कहा कि 11 तारीख़ को लोक अदालत लग रही है,उसमें अपने 100 प्रतिशत ब्याज की माफ़ी होनी है व एनपीए खातों पर पचास फीसदी ब्याज़ माफ हो जाएगा। इसलिए अपने खातों को सुधार करा लें ताकि लोगों की सिविल खराब न हो। एफओ आशीष कुमार ने कहा कि केसीसी के लिए किसान सिर्फ जरूरी कागजातों को दे और 15 दिन में ऋण उपलब्ध करा दिया जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधान रंजीत सिंह ने व धन्यवाद प्रिन्स द्विवेसी ने ज्ञापित किया। इस दौरान अभय सिंह,पीओ प्रभात यादव,राजू पेंटर,राहुल पाल,राहुल तिवारी,अनीस खान,हबीवउल्ला सिद्दीकी,रणवीर सिंह,आशु तिवारी आदि उपस्थित थे।