इटावा। शहर के बीचो-बीच एक जूते की दुकान पर बरसों से अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा था। आसपास के लोगों का कहना है कि पुलिस व अबकारी विभाग की मिलीभगत से यह कारोबार फल फूल रहा था। अचानक सप्ताह के परिवर्तन के बाद अबकारी विभाग की नींद खुली उसने गुप्त सूत्रों की सूचना पर छापेमार कार्यवाही में जूते की दुकान से चल रही अवैध षराब की फैक्ट्री बरामद कर अपनी पीठ थप-थपा ली। प्राप्त समाचार के अनुसार आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन की संयुक्त छापामार कार्रवाई में शहर में लंबे अरसे से चल रही शराब फैक्ट्री का शुक्रवार को पर्दाफाश हुआ। शहर के सबसे व्यस्ततम नौरंगाबाद चैराहा के समीप स्टेशन रोड किनारे एक मकान में मारे गये छापे में मौके पर दो लोग गिरफ्तार किए गये। मौके पर भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांडों की तैयार की गई नकली देशी शराब, उपकरण बरामद हुए। आबकारी अधिकारी कमल किशोर शुक्ला और सीओ सिटी वैभव पांडेय ने दोपहर बाद छापामार कार्रवाई की। उनके मुताबिक शराब फैक्ट्री के बारे में दो दिन पहले ही सूचना मिली थी। इसके बाद शुक्रवार को छापे की रणनीति बनाई गई। गिरफ्तार किए गये मुख्य अभियुक्त संजय चैधरी निवासी करौल नौरंगाबाद ने पखवाड़े भर से नकली शराब तैयार करके बेचना कबूल किया है। इसमें उसका सहयोगी अशोक पुत्र रामबदन निवासी पचावली फ्रेंडस कालोनी को भी मौके पर गिरफ्तार किया गया है। संजय के मुताबिक यह गोरखधंधा वह अपनी जूता गोदाम की आड़ में चला रहा था। शराब फैक्ट्री से भारी मात्रा में बरामद शराब और उपकरणों को टोयटा गाड़ी में लादकर सदर कोतवाली में ले जाया गया। वहां सदर एसडीएम सिद्धार्थ की मौजूदगी में बरामद सामान की गणना की गई। जिसके मुताबिक विभिन्न ब्रांड की 20 पेटी यानी 900 क्वार्टर देशी शराब, 100 खाली बोतलें, फर्जी सील, प्रिंटर मशीन, पैकटिंग का सामान, दो ड्रम, 25 रोल क्यूआर कोड, पांच रोल रैपर, पांच हजार ढक्कन पाए गये।