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भतीजों ने कर दी ताऊ की हत्या, साजिश में परिवार के कई सदस्य थे शामिल

आगरा (यूएनएस)। ताजमहल के शहर आगर में रिश्तों को तार तार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां भतीजों ने ताऊ की हत्या कर दी। हत्या की इस साजिश में उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल थे। मृतक के दमाद ने इस मामले में थाना अछनेरा में तहरीर दी है, जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। थाना अछनेरा में शुक्रवार को मिथलेश कुमार निवासी रैपुराजाट थाना फरह ने तहरीर देते हुये बताया कि हंसराज उर्फ हंसा पुत्र जीवाराम निवासी अभुआपुरा, थाना अछनेरा उनके ससुर थे। मिथलेश कुमार ने बताया कि हंसराज के दो पुत्रियां हैं और कोई पुत्र नहीं हैं। दोनों पुत्रियां की शादी करने के बाद हंसराज अपनी पत्नी त्रिवेणी के साथ अपने निज निवास अभुआपुरा में ही रहते थे। प्रार्थी की पत्नी तथा उसकी बड़ी बहन राधा आवश्यकतानुसार अपने वयोवृद्ध माता पिता की देखभाल व सेवा किया करती थीं। प्रार्थी के ससुर का अपने छोटे भाई अजय पाल से कई वर्षो तक जमीनी विवाद भी चला है तथा अजय पाल की मृत्यु के बाद उनके लड़को दिगम्बर, गीतम, भूदेव, प्रेम सिंह व पीतम सिंह ने कई बार प्रार्थी के ससुर की जमीन पर जबर्दस्ती कब्जा करने का प्रयास किया है, किन्तु वे सफल नहीं हो पाये थे। मिथलेश कुमार ने बताया कि पिछले करीब ढ़ाई माह से प्रार्थी की पत्नी लक्ष्मी अपने माता पिता के पास रहकर ही उनकी सेवा व देखभाल कर रही थीं। प्रार्थी के ससुर को बुखार की शिकायत चल रही थी, उसी का फायदा उठाकर 11 मार्च को उनके भतीजे दिगम्बर, गीतम, भूदेव,पीतम व प्रेम सिंह, रूप सिंह व उसका लड़का तेजपाल दवा दिलाने के बहाने घर से ले गये थे तथा शाम को अचेत अवस्था में वापस लाये थे। उसके बाद हालत में सुधार आया, लेकिन 17 अप्रैल की शाम 9 बजे के दवा दिलाने के लिये आगरा की कहकर ले गये, जब प्रार्थी की पत्नी गोला उर्फ लक्ष्मी ने साथ चलने के लिये कहा तो उसे साथ ले जाने से इंकार कर दिया। 18 अप्रैल को सुबह 4 बजे उक्त प्रार्थी के ससुर के शव लेकर लौटे और बताया कि रात भर कई अस्पतालों में दिखाया, परन्तु इन्हें बचा नहीं पाये। प्रार्थी के ससुर की मृत्यु के सदमे में आई पत्नी व सास बेसुध सी हो गई हैं। उसका आरोप है कि दिगम्बर, गीतम, प्रेम सिंह आदि द्वारा हत्या की गई है। प्रेम सिंह व उसके भाईयों ने उनसे कहा कि हां हमने ही हंसा को मारा है, हमने उसकी सारी सम्पत्ति की फर्जी वसीयत अपने नाम रजिस्टर्ड करा ली है। प्रार्थी का आरोप है कि इस हत्या में दिगम्बर के मामा रूप सिंह पुत्र घनश्याम एवं रूपसिंह के पुत्र तेजपाल निवासीगण गांव रोझोली जो उस वसीयत में गवाह हैं, का भी हाथ है। इस मामले में इंस्पेक्टर अछनेरा शेर सिंह ने बताया है कि मामले में तहरीर आई है। पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है।

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