टोक्यो। जापान में इस समय 48वां आम चुनाव चल रहा है। इस आम चुनाव में मौजूदा प्रधानमंत्री शिंजो की बड़ी जीत तय मानी जा रही है। शिंजो एबी भारत के साथ संबंधों को तरजीह देते हैं। उनके कार्यकाल में भारत और जापान का संबंध मजबूत हुआ है। उनके फिर से सत्ता में आने पर इसमें और मजबूती आएगी। जापान आर्थिक और परमाणु क्षेत्र में भारत का प्रमुख सहयोगी है। उसके सहयोग से भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना शुरू की गई है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एबी ने इस परियोजना की नींव रखी थी।
एक टीवी चैनल के एग्जिट पोल के मुताबिक एबी की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व वाला गठबंधन दो-तिहाई बहुमत बरकरार रखेगा। 465 सीटों वाली निचली सदन में गठबंधन को 311 सीटें मिलने की संभावना है। विश्लेषकों का मानना है सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन करने वाले मतदाता एबी को जापान के सबसे लंबे कार्यकाल वाला प्रधानमंत्री बनाने के रूप में देखना चाहते हैं। दो-तिहाई बहुमत मिलने से एबी संविधान में संशोधन का प्रस्ताव रख सकेंगे। इससे संविधान में युद्ध की बंदिश और सेना की आत्मरक्षा की भूमिका को खत्म किया जा सकेगा।
जापान में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और रात आठ बजे तक चला। पश्चिमी जापान के कोचि में भूस्खलन की वजह से 20 मिनट देरी से मतदान शुरू हुआ। तूफान के मार्ग में पड़ने वाले दक्षिणी द्वीप पर एक दिन पहले ही शनिवार को लोगों ने मतदान किया।