Home > मध्य प्रदेश > हिंडालको महान ने महिला दिवस पर संस्थान में कार्यरत समस्त महिला कर्मीयो व क्षेत्र में ग्यारह स्वावलंबी महिलाओं को मर्दानी सम्मान से किया सम्मानित

हिंडालको महान ने महिला दिवस पर संस्थान में कार्यरत समस्त महिला कर्मीयो व क्षेत्र में ग्यारह स्वावलंबी महिलाओं को मर्दानी सम्मान से किया सम्मानित

जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। हम सबके जीवन में महिला की भूमिका में मां, बहन, बेटी, बहू होती है, जिनके बिना हम अधूरे होते है. स्त्री है, तो संसार है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सही मायने में महिला दिवस तब ही सार्थक होगा जब विश्व भर में महिलाओं को मानसिक व शारीरिक रूप से संपूर्ण आजादी मिलेगी, जहां उन्हें कोई प्रताड़ित नहीं करेगा, जहां उन्हें दहेज के लालच में जिंदा नहीं जलाया जाएगा, जहां कन्या भ्रूण हत्या नहीं की जाएगी, जहां बलात्कार नहीं किया जाएगा, जहां उसे बेचा नहीं जाएगा समाज के हर महत्वपूर्ण फैसलों में उनके नजरिए को महत्वपूर्ण समझा जाएगा। तात्पर्य यह है कि उन्हें भी पुरूष के समान एक इंसान समझा जाएगा। जहां वह सिर उठा कर अपने महिला होने पर गर्व करे,न कि पश्चाताप, कि काश मैं एक लड़का होती।महिला दिवस के मौके पर कंपनी प्रमुख सेन्थिलनाथ,मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी ,वित्त प्रमुख सुशांत नायक,सी.पी.पी.हेड चंद्र शेखर सिंह ने हिंडालको महान में कार्यरत महिला कर्मियों का पुष्पगुच्छ व पारितोषिक देकर सम्मानित किया,साथ ही महिलाओं कर्मियों का करतल ध्वनि की गड़गड़ाहट से हौसला वर्धन किया।वही हिंडालको महान के सी.एस.आर.विभाग द्वारा ग्राम सज़हर के वनांचल में निवासरत महिलाओं के बीच महिला दिवस कार्यक्रम आयोजित किया ,जिसमे हिंडालको महान की महिला मंडल से प्रिया सेन्थिलनाथ,सोमा मुखर्जी,इस्तर बाग,चैताली सरकार,डॉक्टर दीप्तिशरण व ए.वी.पी.एस.स्कूल की प्रधानाचार्या अनीता नायर व हिंडालको महान में कार्यरत समस्त महिला कर्मी पहुची, और अपने उदबोधन में ग्रामीण महिलाओं को उनके अधिकारों से अवगत कराया और रूढ़वादी मानसिकता को छोड़ने के लिये कहा। हिंडालको महान के सी.एस.आर.प्रमुख ने हिंडालको महान द्वारा महिलाओं के लिये चलाये जा रहे योजनाओं से अवगत कराया ,साथ ही हिंडालको महान में कार्यरत हर्षिता और प्राची ने महिलाओ को प्रोत्साहित करते हुये अपने विचार रखे,वही कार्यक्रम में उन दस महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन महिलाओं ने गरीबी की हालत में भी अपनी हार नही मानी,किसी के पति की मौत हो गयी ,किसी को कोरोना में पति को खो दिया ,लेकिन फिर भी अपने बच्चो को पढ़ाना नही छोड़ा और  अबला से सबला बनकर मर्दानी की तरफ जीवन मे हुये कुठाराघात को अपना प्रारब्ध समझ अपने पैरों में खड़ा किया ,ऐसे गयारह महिलाओं को महिला मंडल द्वारा मर्दानी सम्मान पत्र व पारितोषिक देकर सम्मानित किया,साथ ही महिलाओं द्वारा इन – आउट गेम भी खेला गया,जिसकी विजेता हर्षिता रही ,वही कार्यक्रम का सफल संचालन बीरेंद्र पाण्डेय ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *