लखनऊः प्रमुख सचिव, गृृह अरविन्द कुमार की अध्यक्षता में आज कमाण्ड सेन्टर एनेक्सी में शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये ट्रैफिक कन्जेसन के बिन्दुओं को चिन्हित कर अवसंरचनात्मक विकास कर इन्हें दूर करने के सम्बन्ध में सड़क व संरचना से जुड़े विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ गोष्ठी आहूत कर अवसंरचनात्मक कार्यो की प्रगति की समीक्षा की गयी। प्रमुख सचिव, गृह श्री अरविन्द कुमार की अध्यक्षता में नगर विकास, नगर नियोजन, यातायात विभाग आदि के नोडल अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गयी जिसने शहर के क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रथम चरण में 63 वाटलनेक स्थानों को चिन्हित कर कारकों को हटाने की कार्ययोजना बनाई है जिसे विभिन्न विभागों द्वारा दूर किया जा रहा है। लखनऊ शहर को टैªफिक जाम से निजात दिलाने के लिए अवध वार एससोसिशन द्वारा लखनऊ उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल की गयी है। उच्च न्यायालय द्वारा विगत 05 जुलाई 2017 के दिये गये आदेश के अनुपालन में निर्णय पारित कर सड़क संरचना से जुड़े विभागों की एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर टैªफिक कन्जेसन के कारकों को चिन्हित कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दूर कर शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु निर्देश दिये गये थे।
इस आहूत बैठक में प्रमुख सचिव, गृृह को अवगत कराया गया कि 08 नये चैराहों पर टैªफिक सिग्नल लगवाये जा चुके है। जिनमें से 07 चैराहों पर टैªैफिक संचालन में सिग्नल का प्रयोग किया जा रहा है तथा अपर नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिये मासिक रोस्टर बनाकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है। वेन्डिग जोन चिन्हित करने के लिये वेन्डिग कमेटी का गठन कर दिया गया है। चिन्हिकरण का कार्य 30 अक्टूबर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। स्टाप लाइन, जेब्रा लाइन व साइनेज बनवाने के लिये इ-निमिदा की प्रक्रिया अपनाते हुए टेन्डर आमंत्रित किये जा रहे है साथ ही नगर निगम व एलडीए को हुसड़िया चैराहे का कन्जेशन समाप्त करने के लिए सब्जी मंडी अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए निर्देशित किया गया व अधिशाषी अभियन्ता पीडब्लूडी द्वारा बताया गया कि बालागंज चैराहा, ऐसबाग, शाहमीना तिराहा, लालबत्ती चैराहा, पिकप अन्डरपास आदि पर डिवाइडर बनाने हेतु आंगणन स्वीकृत हो चुका है।
प्रमुख सचिव गृृह द्वारा यह भी निर्देशित किया गया है कि 15 नवम्बर तक कार्य पूर्ण कर लिये जाये। कमला नेहरू चैराहा, नखास चैराहा, टुड़ियागंज तिराहा को 15 अक्टूबर तक विकसित करें एवं पालिटेक्निक ओवरब्रीज के मरम्मत का कार्य अक्टूबर माह तक पूर्ण कर सामान्य आवागमन के लिए खोल दिया जाय। मड़ियाव तिराहे पर डिवाइडर शिफ्ट कर ट्रैफिक कन्जेशन खत्म करने की डिजाइन तैयार करें एवं पालिटेक्निक चैराहे पर बोलार्ड लगाकर फ्री लेफ्ट टर्न विकसित कर यू टर्न बनाया जाय। इसी क्रम में परिवहन विभाग द्वारा प्रमुख सचिव, गृृह को अवगत कराया गया कि सेटलाइट बस स्टेशनों की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। वैकल्पिक व्यवस्था के कारण पालिटेक्निक चैराहे से लगभग 100 मीटर दूर रोडवेज बसों का स्टापेज विकसित किया जा रहा है एवं एलडीए द्वारा अवगत कराया गया कि शहर में स्थित वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के पार्किग स्थल मानचित्र के अनुसार रि-स्टोर कराने की कार्यवाही अभियान के तौर पर चलायी जायेगी।
प्रमुख सचिव, गृृह द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि गोमती वैराज पुल की मरम्मत कर दो पहिया व चार पहिया वाहनों के लिए खोल दिया जाय व सड़क चैड़ीकरण करने एवं रोड इन्जिनियरिंग के दृष्टिकोण से चैराहों व तिराहों को विकसित करने का मसौदा तैयार कर वजट स्वीकृत करा लिया जाय। रिंग रोड पर मुॅशी पुलिया, खुर्रम नगर एवं टेेड़ी पुलिया जैसे जाम के स्थानों पर जाम से निजात दिलाने हेतु ओवरब्रीज का निर्माण कार्य पीडब्लूडी द्वारा जल्द शुरू किया जाय। शहर को जाम से मुक्त करने एवं यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन की उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा सड़को के संजाल को विकसित करने के लिए सत्त रूप से कार्य पूर्ण करने हेतु प्रमुख सचिव गृह द्वारा निर्देशित किया गया ।